वाईएस राजशेखर रेड्डीः ऐसा लोकप्रिय नेता जिनकी मौत के बाद सदमें में मर गए 122 लोग!
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 8, 2018 07:40 AM2018-07-08T07:40:36+5:302018-07-08T07:40:36+5:30
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस चंद्रशेखर रेड्डी को जनता का नेता माना जाता था। पढ़ें, उनकी जिंदगी की कुछ रोचक बातें
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री येदिगुरी संदिंती राजशेखर (YSR) रेड्डी जनता के सच्चे नेता माने जाते हैं। 2004 से 2009 के दौरान उन्होंने दो बार सूबे की बागडोर संभाली। 2 सितंबर 2009 को उनका हेलीकॉप्टर अचानक नल्लामला के जंगलों में गायब हो गया। अगरे दिन कुरनूल में उसका मलबा बरामद हुआ। इस हादसे में वाईएसआर रेड्डी समेत हेलीकॉप्टर में मौजूद सभी पांच लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दर्दनाक हादसे की खबर सुनकर प्रदेश में 122 लोग मर गए। इनमें से कई लोग सदमें में हार्टअटैक की वजह से और कुछ लोगों ने सुसाइड कर लिया। 8 जुलाई को रेड्डी का जन्मदिन है। जानें इस करिश्माई नेता के बारे में कुछ रोचक बातें.
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- रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1949 को पुलीवेदुला के एक मध्यमवर्गीय इसाई परिवार में हुआ था। वो अपने पांच भाई बहनों में सबसे बड़े थे।
- उन्होंने कर्नाटक के कुलबर्गा से मेडिकल की पढ़ाई की और आंध्र प्रदेश के कदपा जिले में मेडिकल ऑफिसर बन गए। राजनीति में आने से पहले 1973 में उन्होंने 70 बेड का एक चैरिटेबल अस्पताल बनाया।
- रेड्डी ने विजय लक्ष्मी से शादी की। उनका एक बेटा है वाईएस जगन मोहन और बेटी वाईएस शर्मिला। पिता की मौत के बाद जगन मोहन ने नई पार्टी वाईएसआर कांग्रेस बनाई।
- ईसाई होने के बावजूद राजशेखर रेड्डी दर्शन के लिए तिरुपति मंदिर जाते रहते थे।
- रेड्डी ने 1978 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा और उसी साल ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बन गए। इसके बाद साल दर साल अलग अलग पोर्टफोलियो में काम करते रहे। 2004 में उन्होंने आंध्र प्रदेश के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 2009 में भी उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा और एकबार फिर मुख्यमंत्री चुने गए।