भारत दौरे से पहले शी जिनपिंग ने कहा, 'कश्मीर पर हमारी नजर, पाकिस्तान के महत्व से जुड़े मुद्दों पर उसका समर्थन करेंगे'
By विनीत कुमार | Published: October 9, 2019 05:56 PM2019-10-09T17:56:09+5:302019-10-09T17:56:09+5:30
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ये बयान तब आये हैं जब दो दिन बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत के लिए रवाना होना है।
भारत दौरे से ठीक पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि उनकी नजर कश्मीर की परिस्थिति पर बनी हुई है और पाकिस्तान के महत्व से जुड़े मुद्दों पर वे उसका समर्थन करेंगे। चीनी राष्ट्रपति ने ये बात बुधवार को बीजिंग में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मुलाकात के दौरान कही। इमरान खान पिछले साल अगस्त माह में प्रधानमंत्री बने थे, उसके बाद से उनका यह तीसरा चीन दौरा है।
जिनपिंग ने इस बात भी जोर दिया कि दोनों देशों को शांतिपूर्ण बातचीत से मुद्दों का हल निकालना चाहिए। जिनपिंग ने इमरान खान को आश्वस्त किया कि अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय हालात में बदलाव आने के बावजूद चीन और पाकिस्तान की मित्रता 'अटूट और चट्टान जैसी मजबूत' है।
चीनी राष्ट्रपति के ये बयान तब आये हैं जब दो दिन बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत के लिए रवाना होना है। पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात इस हफ्ते के आखिर में चेन्नई है। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद ही भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। चीनी राष्ट्रपति शी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए 11 -12 अक्टूबर 2019 को भारत आ रहे हैं।
यह शिखर वार्ता चेन्नई के समीप प्राचीन तटीय शहर मामल्लापुरम में होगी। बीजिंग इस्लामाबाद का पुराना सहयोगी है। उसने कश्मीर मुद्दे पर भी पाकिस्तान का समर्थन किया। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा था, 'ऐसा कोई एकतरफा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे यथास्थिति में परिवर्तन आता हो।'
भारत ने हालांकि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को स्पष्ट शब्दों में यह कह दिया है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करना और जम्मू-कश्मीर को प्रदत्त विशेष दर्जे को खत्म करना उसका आतंरिक मामला है। भारत ने यह कहा है कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी भी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है।
'पाकिस्तान को बेहतर बनाने और तेज विकास में मदद करना चाहता है चीन'
इमरान खान से मुलाकात के दौरान जिनपिंग ने कहा कि पाकिस्तान को बेहतर बनाने और उसके तेज विकास में चीन वाकई मदद देना चाहता है। शिन्हुआ के मुताबिक शी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान में साझा समर्थन और सहायता की परंपरा है। उन्होंने कहा कि जब चीन परेशानी में था तब पाकिस्तान ने उसे नि:स्वार्थ सहायता दी। इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक खान ने कश्मीर मुद्दे पर शी और चीन की सरकार द्वारा 'उसूल के अनुरूप रुख' अपनाने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
खान ने कहा कि चीन ने मुश्किल वक्त में पाकिस्तान का साथ दिया। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक प्रधानमंत्री खान ने देश के वर्तमान हालात के बारे में शी को जानकारी दी, साथ ही बताया कि मुश्किल आर्थिक हालात से पाकिस्तान उबर गया है। उन्होंने कहा, 'इस संबंध में हम चीन के वित्तीय सहयोग को कभी नहीं भूलेंगे।'
साथ ही यह भी कहा कि चीन ने पाकिस्तान को बिना किसी शर्त के मदद दी है। खान ने कहा कि चीन ने पाकिस्तान को बहुत मुश्किल हालात से निकलने में मदद दी है। उन्होंने 60 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत चीन के समर्थन की भी सराहना की।
(भाषा इनपुट)