लेखक, कवि, पत्रकार लेखन व कार्यों में सामाजिक कल्याण को प्राथमिकता दें: उपराष्ट्रपति
By भाषा | Updated: November 5, 2021 23:30 IST2021-11-05T23:30:05+5:302021-11-05T23:30:05+5:30

लेखक, कवि, पत्रकार लेखन व कार्यों में सामाजिक कल्याण को प्राथमिकता दें: उपराष्ट्रपति
विशाखापट्टनम, पांच नवंबर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को यहां कहा कि जो साहित्य व कविता सामाजिक कल्याण पर केंद्रित हैं, वे कालजयी हैं और यही कारण है कि रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्य आज भी हमें प्रेरणा देते हैं।
उपराष्ट्रपति ने एक साहित्यिक संगठन विशाखा साहित्य के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि साहित्य वह माध्यम है, जिसके जरिए एक राष्ट्र की महानता और वैभव को दिखाया जाता है। उन्होंने इच्छा व्यक्त की कि लेखक, कवि, बुद्धिजीवी और पत्रकार अपने सभी लेखन और कार्यों में सामाजिक कल्याण को प्राथमिकता दें।
उन्होंने कहा कि साहित्य को आकार देने में किसी देश की संस्कृति और परंपराएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा, “अगर हम अपने लोक साहित्य को संरक्षित रखेंगे तो हम अपनी संस्कृति की रक्षा कर पाएंगे।”
उपराष्ट्रपति ने तेलुगू भाषा की समृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा, “हमारे जीवन के सभी पहलू साहित्य से प्रतिबिंबित होते हैं। इनमें हमारे पहनावे, खान-पान का ढंग, त्योहार, रीति-रिवाज और पेशा शामिल हैं।”
उन्होंने कहा, “तेलुगु और अन्य भारतीय भाषाओं की रक्षा तथा संरक्षण से हमारी संस्कृति खुद के अस्तित्व को बनाए रखने में सक्षम होगी और आने वाली पीढ़ियों को सही राह दिखाने का काम करेगी।
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