Chandrayaan-3 पर टिकी दुनिया की नजरें, इतने मिलियन दर्शकों ने लाइव मिशन को देखकर तोड़ा रिकॉर्ड
By अंजली चौहान | Updated: August 23, 2023 20:45 IST2023-08-23T18:02:39+5:302023-08-23T20:45:05+5:30
चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला एकमात्र देश बना दिया है।

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
Chandrayaan-3: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-3 पर पूरे विश्व की नजरें टिकी हुई है। अब से बस कुछ देर में विक्रम लैंडर चांद की सतह पर लैंड करने वाला है।
इससे पहले इसके लाइव वीडियो को अब तक अरबों लोग देख चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब तक मिशन मून की लाइव स्ट्रीम ने स्पेनिश स्ट्रीमर इबाई के 3.4 मिलियन दर्शकों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। वहीं, इस समय इसरो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 36 लाख से ज्यादा लोग देख रहे हैं।
⚡️ #Chandrayaan3 live stream breaks World record of Spanish streamer Ibai of 3.4 million viewers.
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) August 23, 2023
At present more than 3.6 million people are watching #Chandrayaan3Landing on ISRO's official YouTube channel.
जानकारी के अनुसार, चंद्रयान-3 की गतिविधियों और उसकी सॉफ्ट लैंडिंग को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और टीवी चैनलों पर लाइवस्ट्रीम किया गया है।
चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) जिसमें लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) शामिल है जो कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के पास उतरने में सफल रहा। आज का दिन पूरे भारत देश के हर नागरिक के लिए गौरवभरा है।
दर्शकों ने लाइव अन्य-अन्य प्लेटफॉर्म से चंद्रयान-3 को देखकर एक विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। 3.4 मिलियन लोगों ने एक समय में इस मिशन को देखकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग देखने के लिए आप सीधा प्रसारण इसरो वेबकास्ट लाइव टेलीकास्ट लिंक https://www.isro.gov.in/LIVE_telecast_of_Soft_landing.html पर किया गया। इसके अलावा, https://www.isro.gov.in/ और इसरो का आधिकारिक यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/channel/UCw5hEVOTfz_AfzsNFWyNlNg?reload=9 पर किया गया जहां लाखों लोगों ने इसे देखा। इसके अलावा, इसरो फेसबुक चैनल https://www.facebook.com/ISRO/ के जरिए भी दर्शकों ने इसे देखा।
बता दें कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से भारत अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बन गया।
साथ ही, भारत पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। अगर मिशन सफल रहा, तो विक्रम लैंडर और रोवर एक चंद्र दिवस तक जीवित रहेंगे, जो पृथ्वी पर 14 दिनों के बराबर है।