असम में हिरासत में ली गई महिला पत्रकारों को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया

By भाषा | Published: November 15, 2021 03:37 PM2021-11-15T15:37:52+5:302021-11-15T15:37:52+5:30

Women journalists detained in Assam arrested by Tripura Police | असम में हिरासत में ली गई महिला पत्रकारों को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया

असम में हिरासत में ली गई महिला पत्रकारों को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया

अगरतला/करीमगंज (असम), 15 नवंबर त्रिपुरा में हालिया साम्प्रदायिक घटनाओं के बारे में लिखने वाली जिन दो महिला पत्रकारों को असम पुलिस ने हिरासत में लिया था, उन्हें सोमवार को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन दोनों के नियोक्ता ने यह जानकारी दी।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक समर्थक की शिकायत पर रविवार को त्रिपुरा के फतिक्रॉय पुलिस थाने में प्राथमिकी में एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क की समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को नामजद किया गया।

समाचार संस्थान ने ट्वीट किया, ‘‘हमारी संवाददाता, समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को त्रिपुरा पुलिस ने उनकी ट्रांजिट रिमांड हासिल करने के बाद उन्हें असम के करीमगंज में आश्रय गृह से बीती रात करीब 12 बज कर 55 मिनट पर गिरफ्तार किया। उन्हें त्रिपुरा लाया जा रहा है, जहां उन्हें उदयपुर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया जाएगा।’’

एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क ने कहा, ‘‘वरिष्ठ अधिवक्ता पीजूष विश्वास एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क की ओर से उनके लिए अदालत में उपस्थित होंगे। हम अपने पत्रकारों की तत्काल जमानत और रिहाई पर जोर दे रहे हैं।’’

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को अगरतला में कहा था कि पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि गोमती जिले में एक मस्जिद जला दी गई है और कुरान की एक प्रति की बेअदबी की गई है।

त्रिपुरा पुलिस को संदेह है कि उनके द्वारा अपलोड किये गये वीडियो में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है।

सकुनिया ने 11 नवंबर को एक ट्वीट में लिखा था, ‘‘त्रिपुरा हिंसा दरगा बाजार: 19 अक्टूबर को रात करीब ढाई बजे, कुछ अज्ञात लोगों ने दरगा बाजार इलाके में मस्जिद जला दी। आस पड़ोस के लोग इस बात से बहुत परेशान हैं कि उनके पास नमाज अदा करने के लिए नजदीक में कोई जगह नहीं है। ’’

त्रिपुरा पुलिस प्रमुख वी एस यादव के कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि सकुनिया द्वारा किये गये पोस्ट सही नहीं थे और इसने समुदायों के बीच नफरत की भावना को बढ़ावा दिया।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्रकारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है और उनकी फौरन रिहाई की मांग की है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Women journalists detained in Assam arrested by Tripura Police

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे