Delhi: जनकपुरी के आवासीय इलाके में खुलने वाले शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाएं, बोलीं- "घर से निकलना दुश्वार हो जाएगा"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 29, 2024 13:09 IST2024-02-29T13:04:27+5:302024-02-29T13:09:18+5:30
देश की राजधानी दिल्ली स्थित जनकपुरी क्षेत्र के आवासीय इलाके में खुलने वाले शराब ठेके का आम जनता जमकर विरोध कर रही है।

Delhi: जनकपुरी के आवासीय इलाके में खुलने वाले शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाएं, बोलीं- "घर से निकलना दुश्वार हो जाएगा"
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली स्थित जनकपुरी क्षेत्र के आवासीय इलाके में खुलने वाले शराब ठेके का आम जनता जमकर विरोध कर रही है। बताया जा रहा है कि खुलने वाले शराब ठेके से दिल्ली विश्ववद्यालय का भारती कॉलेज महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। भारती कॉलेज में केवल लड़कियां पढ़ती हैं।
स्थानीय निवासी इस बात को लेकर आश्चर्य में हैं कि आखिर आबकारी विभाग ने कैसे इस शराब ठेके को आवासीय इलाके में खुलने की इजाजत दे दी है।
जानकारी के अनुसार जनकपुरी स्थित दिल्ली हॉट के पास खुल रहे शराब ठेके से महज चंद कदम की दूरी पर बच्चों की एक कोचिग संस्था भी चलती है, जिसे लेकर कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में भी भय का माहौल है।
जनकपुरी के डीडए फ्लैट के बी टू सी ब्लॉक के आवासीय कॉलोनी में खुल रहे इस शराब ठेके के विरोध में इलाके की महिलाएं, वृद्ध और बच्चे बीते साल दिनों से लगातार धरना दे रहा हैं लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
डीडए फ्लैट के बी टू सी ब्लॉक के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्लूए) ने शराब की दुकान खोले जाने का जमकर विरोध किया है लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आरडब्लूए के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा कि शराब ठेका खोलने वाले भी इसी कॉलोनी के निवासी हैं और उन्हें हमारी ओर से सख्त चेतावनी दी गई, बावजूद वो ठेका खोलने पर अड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शराब ठेका खोलने वाले 7 या 8 तारीक को इसका विधिवत उद्घाटन करने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन आरडब्लूए पूरी तरह से प्रयास कर रही है कि आवासीय कॉलोनी में यह शराब ठेका न खोला जाए और इसके लिए हमने रजौरी गार्डेन के एसडीएम को अपना शिकायती पत्र सौंपा है और वो इस मामले की जांच करा रहे हैं।
आरडब्यूए के उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि एसोसिएशन ने स्थानीय आम आदमी पार्टी की एमएलए राजकुमारी ढिल्लो को भी इस बाबत एप्लिकेशन दिया है और उन्होंने भी आश्वासन दिया है कि आरडब्लूए की मांग पर सहानभूतिपूर्वक विचार करते हुए मामले की पड़ताल कराई जाएगी।
शराब ठेका खुलने से सबसे ज्यादा आक्रोशित महिलाएं हैं और उनका कहना है कि अगर ऐसा होता है तो उनका रोजाना सुबह-शाम घर से निकलना बंद हो जाएगा और शराब का ठेका खुलने से असामाजिक तत्वों का कॉलोनी में प्रवेश बढ़ जाएगा। इसके अलावा लोगों की यह भी शिकायत है कि शराब ठेका खुलने से कॉलोनी में रहने वाले युवाओं को भी गलत संदेश जाएगा और इसका असर पीढ़ियों पर पड़ेगा।