लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने समधी (आकाश के ससुर) पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. अशोक सिद्धार्थ को भी माफी दे दी है. मायावती ने उन्हें 12 फरवरी को निष्कासित कर दिया था. जब उन्हें निष्कासित किया गया था तब वह पार्टी में दक्षिण राज्यों के प्रभारी थे. बताया जा रहा है कि पार्टी संगठन में जान फूंकने की कोशिश के तहत ही मायावती ने पहले अपने भतीजे आकाश आनंद को माफ कर उनकी पार्टी में घर वापसी कराई और उसके बाद गत शनिवार को उन्होंने डॉ. अशोक सिद्धार्थ के माफी मांगने के चंद घंटे बाद उन्हें माफ करने के ऐलान कर दिया.
ऐसे हुई अशोक की वापसी :
मायावती ने सात माह पहले डॉ. अशोक सिद्धार्थ पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ आकाश आनंद को बरगलाने के आरोप लगाए थे. इसके कुछ दिनों बाद मायावती ने आकाश को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया था. बीते माह मायावती ने अपने भतीजे के सार्वजनिक माफी मांगने पर उन्हें वापस ले लिया था और हाल ही में राष्ट्रीय संयोजक बना दिया.
इस घटनाक्रम के बीच गत शनिवार को आकाश की ही तरह डॉ. अशोक सिद्धार्थ ने पत्र लिखकर बसपा प्रमुख मायावती से क्षमा मांगी. जिसके कुछ देर बाद ही अशोक सिद्धार्थ को दोबारा पार्टी में शामिल कर लिया गया है. फर्रुखाबाद के रहने वाले अशोक सिद्धार्थ सरकारी सेवा के दौरान बामसेफ में विधानसभा, जिला व मंडल अध्यक्ष पदों पर रहे हैं.
वर्ष 2007 में नौकरी से इस्तीफा देकर बसपा में वह शामिल हुए थे, मायावती ने 2009 में उनको एमएलसी और 2016 में राज्यसभा सदस्य बनाया था. उन्हें मायावती का करीबी माना जाता था. वह कानपुर-आगरा जोनल कोऑर्डिनेटर, राष्ट्रीय सचिव के अलावा दिल्ली सहित कई राज्यों के प्रभारी रहे हैं. उनकी पत्नी सुनीता बसपा सरकार में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रही हैं. बेटी डा. प्रज्ञा सिद्धार्थ का विवाह मायावती के भतीजे आकाश आनंद के साथ हुआ है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आकाश नेशनल कोऑर्डिनेटर व उनके ससुर दक्षिण राज्यों के प्रभारी थे. उस दौरान अशोक पर गड़बड़ी और पार्टी नेताओं की उपेक्षा के आरोप के बाद मायावती ने फरवरी में उनको और मार्च में आकाश को पार्टी से निष्कासित कर दिया. आकाश के बसपा में वापस लौटने के बाद से ही अशोक सिद्धार्थ की भी बसपा में वापसी होने के कयास लगाए जा रहे थे.
शनिवार को जब अशोक सिद्धार्थ के माफी मांगने का पत्र जारी हुआ तो उसके बाद मायावती ने एक्स पर उनकी वापसी की घोषणा की. बसपा प्रमुख ने लिखा कि अशोक को अपनी गलती का अहसास बहुत पहले हो चुका था और वे इसका लगातार पश्चाताप विभिन्न स्तर पर कर रहे थे.
आज उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपना पछतावा जाहिर किया है, इसके चलते उनको पार्टी व मूवमेंट के हित में पार्टी ने एक मौका दिया जाने का निर्णय लिया है. अब कहा जा रहा है कि जल्द ही आकाश आनंद की तरह मायावती अशोक को भी नए सिरे से पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देंगी.