जम्मू कश्मीर में सर्दियों के बाद विधानसभा चुनाव के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे : आजाद
By भाषा | Updated: December 22, 2021 20:05 IST2021-12-22T20:05:12+5:302021-12-22T20:05:12+5:30

जम्मू कश्मीर में सर्दियों के बाद विधानसभा चुनाव के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे : आजाद
भद्रवाह/जम्मू, 22 दिसंबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर के लोगों को एक लोकप्रिय सरकार प्रदान करने के लिए सर्दियों के महीनों के बाद केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर दबाव बनाना जारी रखेगी।
आजाद ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू कश्मीर में अपने ‘‘छद्म शासन’’ से खुश है और कहा कि ऐसी सरकार ‘जिसके पास दिमाग, आंख, कान और दिल नहीं है, उसे सत्ता से बाहर कर देना चाहिए।’
आजाद ने डोडा जिले के भद्रवाह इलाके में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यहां भीषण सर्दी पड़ती है। इसलिए, इस समय चुनाव कराना संभव नहीं हैं। हालांकि, हम केंद्र सरकार पर सर्दियों के बाद चुनाव कराने के लिए दबाव बना रहे हैं और हम लोगों के फायदे के लिए जम्मू कश्मीर में एक निर्वाचित सरकार सुनिश्चित करने को लेकर ऐसा करना जारी रखेंगे।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें इस बात में कोई दिलचस्पी नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बने और कौन सी पार्टी सत्ता में आए। उन्होंने कहा, ‘‘यह मतदाताओं की पसंद है कि वे किसे मौका देना चाहते हैं लेकिन मेरा अनुरोध है कि धर्म के आधार पर वोट न दें।’’
भाजपा का नाम लिए बिना जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सरकार को शासन करने का कोई अनुभव नहीं है, लेकिन शासन करने का शौक है। आजाद ने कहा, ‘‘उन्होंने 2015 में एक क्षेत्रीय पार्टी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) के साथ गठबंधन किया और बाद में उपराज्यपाल के माध्यम से छद्म शासन करने के लिए इससे बाहर निकल गए। पहले, लोग अपनी शिकायतों के निवारण के लिए अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के पास जाते थे, लेकिन सरकार नहीं रहने के बाद लोगों की परेशानी कई गुना बढ़ गई है क्योंकि उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है।’’
भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि समय बदल गया है और आज स्थिति इस हद तक पहुंच गई है कि विभिन्न दलों के नेता दूसरों के साथ ‘‘बिच्छू या सांप’’ जैसा व्यवहार कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है...सबसे पहले हम सब इंसान हैं और हमारा मकसद किसी भी धर्म या क्षेत्र के लोगों की सेवा करना होना चाहिए। हम सभी भारतीय हैं और देश हम सभी का है।
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