सिर्फ PFI ही क्यों? RSS को भी बैन करो, बोले कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश- बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों की सांप्रदायिकता खतरनाक
By अनिल शर्मा | Updated: September 28, 2022 12:59 IST2022-09-28T12:41:38+5:302022-09-28T12:59:16+5:30
लोकसभा सांसद कोडिकुन्निल सुरेश की यह टिप्पणी केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके सहयोगियों पर प्रतिबंध लगाने के मद्देनजर आई है।

सिर्फ PFI ही क्यों? RSS को भी बैन करो, बोले कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश- बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों की सांप्रदायिकता खतरनाक
मलप्पुरम: केरल के कांग्रेस सांसद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से करते हुए इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने कहा कि "हिंदू सांप्रदायिकता" को बनाए रखने के लिए इस पर समान प्रतिबंध लगाने की जरूरत है।
लोकसभा सांसद कोडिकुन्निल सुरेश की यह टिप्पणी केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके सहयोगियों पर प्रतिबंध लगाने के मद्देनजर आई है। के सुरेश ने कहा, "हम आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं। पीएफआई पर प्रतिबंध कोई उपाय नहीं है क्योंकि आरएसएस पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता फैला रहा है।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि आरएसएस और पीएफआई दोनों बराबर हैं। सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। सिर्फ पीएफआई ही क्यों? आरएसएस भी बहुसंख्यक सांप्रदायिकता कर रहा है। के सुरेश ने आगे कहा कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों की सांप्रदायिकता खतरनाक है।
कांग्रेस लोकसभा मुख्य सचेतक ने कहा कि "जहाँ बहुसंख्यक सांप्रदायिकता है, वहाँ अल्पसंख्यक सांप्रदायिकता भी आ रही है। इसलिए अंततः (बहुमत और अल्पसंख्यक) दोनों सांप्रदायिकता खतरनाक है। यह देश के लिए खतरनाक है। इसलिए सरकार को दोनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। अन्यथा कोई परिणाम नहीं।''
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हुए आरएसएस और विहिप को भी आड़े हाथों लिया था। उन्हें "एक ही थाली के चाटते" करार दिया था। साथ ही सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।