Surama Padhy: ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला, जानें कौन हैं सुरमा पाढ़ी...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 20, 2024 12:58 IST2024-06-20T12:57:36+5:302024-06-20T12:58:46+5:30
Surama Padhy: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता सुरमा पाढ़ी बृहस्पतिवार को ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष निर्विरोध चुनी गयीं।

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Surama Padhy: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता सुरमा पाढ़ी ने इतिहास रच दिया। बीजू जनता दल (बीजद) की प्रमिला मलिक के बाद पाढ़ी, ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष बनने वाली दूसरी महिला हैं। ओडिशा विधानसभा का नया अध्यक्ष चुना गया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव व प्रवाती परिदा, नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक और सदन के अन्य सदस्यों ने विधानसभा की नई अध्यक्ष को बधाई दी। सूरमा पाढ़ी को सर्वसम्मति से चुना गया है। इसकी घोषणा सदन के प्रोटेम स्पीकर रणेंद्र प्रताप स्वैन ने की। सभी दलों के विधायकों ने बधाई दी।
सूरमा पाढ़ी ने कल इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था। सूरमा पाढ़ी दो बार के विधायक हैं। नयागढ़ जिले के रानपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार की विधायक हैं। 2004 और 2024 में रानपुर से जीत हासिल की था। पाढ़ी का जन्म 29 दिसंबर 1960 को हुआ था। सूरमा ने उत्कल विश्वविद्यालय से गृह विज्ञान में स्नातक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
एलएलबी की डिग्री हासिल की। पेशे से वकील सूरमा 1988 में भाजपा में शामिल हुईं। वह 1998 से 2000 तक राज्य बीजेएमएम अध्यक्ष रहीं। वह 2000 से 2002 तक बीजेएमएम की राष्ट्रीय अध्यक्ष रहीं। उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य, ओडिशा राज्य काजू निगम के अध्यक्ष के रूप में काम किया। सूरमा भारत स्काउट एवं गाइड के उपाध्यक्ष भी रहीं।
ओडिशा की 17वीं विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। सुरमा पाढ़ी पहली बार साल 2004 में भाजपा के टिकट पर नयागढ़ जिले की रानपुर सीट से विधायक चुनी गई थीं। वह 2004 से 2009 तक ओडिशा में बीजद और भाजपा गठबंधन की सरकार में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का भी पद संभाल चुकी हैं।
भाजपा ने इस बार ओडिशा विधानसभा में अकेले दम पर बहुमत हासिल करने के बाद सरकार बनाई है। पार्टी को 147 सीट में से 78 सीट पर जीत मिली है। बीजद के पास 51 विधायक हैं, कांग्रेस के पास 14, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पास एक विधायक है, जबकि तीन विधायक निर्दलीय हैं। ओडिशा विधानभा में भाजपा के 78 विधायक हैं और उसे तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी प्राप्त है।