कौन हैं कांग्रेस सांसद धीरज साहू, जिनके ठिकाने पर आईटी ने जब्त किए 200 करोड़
By अंजली चौहान | Updated: December 9, 2023 14:45 IST2023-12-09T14:43:12+5:302023-12-09T14:45:51+5:30
आयकर विभाग ने ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़ी संपत्तियों पर छापे मारे, बिना किसी खाते के रिकॉर्ड के 200 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की।

फोटो क्रेडिट- ट्विटर
नई दिल्ली:आयकर विभाग ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ओडिशा और झारखंड में कई ठिकानों पर छापेमारी की। अधिकारियों के अनुसार, लगातार तीन दिनों तक चले ऑपरेशन में 200 करोड़ रुपये की नकदी मिली, जिसका कोई स्पष्ट खाता रिकॉर्ड नहीं था।
हालांकि, रेड में इतनी बड़ी रकम हासिल करने के बाद से लगातार धीरज साहू चर्चा में बने हुए हैं। वहीं, कांग्रेस सांसद होने के नाते मामले ने अब राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है।
बीजेपी ने धीरज साहू के जरिए कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है। बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि ओडिशा और पड़ोसी राज्य में छापेमारी के दौरान अब तक जो कुछ भी पता चला है वह चौंकाने वाला है। हमें कभी नहीं पता था कि झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इतने सारे लोगों के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि और उसकी सहायता के लिए एक बड़ा नेटवर्क है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और कांग्रेस पार्टी की संस्कृति को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी 'घोटाला की गारंटी' के बराबर है।
#WATCH | Bhubaneswar: BJP MP Aparajita Sarangi says, "Whatever has been unearthed so far during the raid in Odisha and the neighbouring state is shocking. We never knew that Congress Rajya Sabha MP from Jharkhand, Dhiraj Sahu would be indulging in corruption with so many people… pic.twitter.com/vpqHEdX8r0
— ANI (@ANI) December 9, 2023
कौन हैं धीरज साहू?
धीरज साहू के पिता का नाम बलदेव साहू है। धीरज साही तीन बार राज्यसभा सांसद रहे हैं और वह व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। धीरज साहू, बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़े है, जो खोज में शामिल बौध डिस्टिलरीज की एक समूह कंपनी है।
2010 से झारखंड से राज्यसभा में कांग्रेस सांसद साहू, कांग्रेस के साथ लंबे समय से जुड़े परिवार से हैं। उनके भाई शिव प्रसाद साहू कांग्रेस के टिकट पर रांची से दो बार लोकसभा सांसद रहे।
झारखंड के लोहरदगा के रहने वाले व्यवसायी साहू ने 2018 के राज्यसभा चुनाव हलफनामे में कुल 34.83 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की। उन्होंने 2.04 करोड़ रुपये की चल संपत्ति बताई और रेंज रोवर, फॉर्च्यूनर, बीएमडब्ल्यू और पजेरो सहित लक्जरी कारों को सूचीबद्ध किया। छापे में भारी संख्या में नकदी बरामद की गई।
छापेमारी बुधवार को शुरू हुई, जिसमें बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड सहित ओडिशा की संबंधित कंपनियों को निशाना बनाया गया।
पीटीआई के सूत्रों ने संकेत दिया है कि बरामद राशि की गिनती, जो वर्तमान में 220 करोड़ रुपये है, 250 करोड़ रुपये तक बढ़ सकती है। गिनती मशीनों की कमी के कारण यह प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है, जिसमें लगभग तीन दर्जन मशीनें शामिल हैं।
ओडिशा और झारखंड में छापेमारी
आयकर विभाग के अधिकारियों ने ओडिशा के बोलांगीर जिले के सुदापाड़ा में एक ठिकाने से कुल 156 बैग जब्त किए हैं, जिसमें अकेले बोलांगीर में 200 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। संबलपुर, सुंदरगढ़, बोकारो, रांची और कोलकाता से अतिरिक्त धनराशि प्राप्त की गई।
ओडिशा के संबलपुर, बोलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला और भुवनेश्वर और झारखंड के रांची और बोकारो सहित विभिन्न शहरों में छापे मारे गए।
छापेमारी के जवाब में शामिल कंपनियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
बता दें कि भाजपा की ओडिशा इकाई ने मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की है। पार्टी ने ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) से स्पष्टीकरण मांगा है।
देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें... 😂😂😂
— Narendra Modi (@narendramodi) December 8, 2023
जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
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वहीं, भाजपा ने कांग्रेस की तीखी आलोचना की है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपोर्टों के बारे में ट्वीट किया है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने उजागर फंड के मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग की।