कौन हैं अरविंद केजरीवाल के PA विभव कुमार, पहले भी रहे हैं गलत कारणों से चर्चा में, अब लगा स्वाति मालीवाल से बदसलूकी का आरोप
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 14, 2024 17:48 IST2024-05-14T17:45:48+5:302024-05-14T17:48:11+5:30
ये पहली बार नहीं है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार गलत कारणों से चर्चा में हैं। केजरीवाल के पीए बिभव कुमार उत्पाद शुल्क नीति से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड में कथित अनियमितताओं के मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं।

केजरीवाल के PA विभव कुमार पर लगा स्वाति मालीवाल से बदसलूकी का आरोप
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालिवाल से बदसलूकी के मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा है कि विभव कुमार (अरविंद केजरीवाल के PA) ने स्वाति मालिवाल के साथ बेहद बदतमीज़ी की और अभद्रता की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले के बारे में बताते हुए संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालिवाल मुलाकात करने पहुंची थी, वह ड्राइंग रूम में इंतज़ार कर रही थी तभी विभव कुमार(अरविंद केजरीवाल के PA) वहां आते हैं और वे स्वाति मालिवाल के साथ बेहद बदतमीज़ी की और अभद्रता की। इस पूरे मामले की जानकारी स्वाति मालिवाल ने पुलिस को दी। संजय सिंह ने बताया कि रविंद केजरीवाल ने पूरी घटना को संज्ञान में लिया है और सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
#WATCH दिल्ली: AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "कल एक बेहद निंदनीय घटना घटी। कल सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालिवाल मुलाकात करने पहुंची थी, वह ड्राइंग रूम में इंतज़ार कर रही थी तभी विभव कुमार(अरविंद केजरीवाल के PA) वहां आते हैं और वे स्वाति मालिवाल के साथ बेहद बदतमीज़ी की… pic.twitter.com/5nsPUp22eR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2024
कौन हैं विभव कुमार
ये पहली बार नहीं है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार गलत कारणों से चर्चा में हैं। केजरीवाल के पीए बिभव कुमार उत्पाद शुल्क नीति से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड में कथित अनियमितताओं के मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। फरवरी में, ईडी ने 12 स्थानों पर छापे मारे थे। इसमें विभव कुमार और आप विधायक एनडी गुप्ता से जुड़े लोग भी शामिल थे।
पिछले महीने जांच एजेंसी ने उत्पाद नीति मामले में बिभव कुमार से पूछताछ की थी। कथित तौर पर उनसे उत्पाद शुल्क जांच में कुछ दस्तावेजों के संबंध में कुछ स्पष्टीकरण मांगने के लिए पूछताछ की गई थी। कुछ दिनों बाद, सतर्कता निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के रूप में विभव कुमार की सेवाओं को समाप्त कर दिया। कुमार ने समाप्ति आदेश को चुनौती देते हुए केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) के समक्ष एक ओए दायर किया। हालाँकि, कैट ने यह कहते हुए समाप्ति आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया कि ऐसी राहत देना समय से पहले होगा।
विशेष सचिव सतर्कता वाईवीवीजे राजशेखर द्वारा जारी बर्खास्तगी आदेश में विभव कुमार के खिलाफ लंबित 2007 के एक मामले का हवाला दिया गया, जिसमें उन पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया था। आदेश में कहा गया कि बिभव कुमार के खिलाफ आरोप गंभीर प्रकृति के हैं, जिसमें एक लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का आरोप भी शामिल है। 2017 में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने कथित टैंकर घोटाले में भी विभव पटेल से पूछताछ की थी।