जब पीएम मोदी ने 2019 के भाषण में की थी 2023 के अविश्वास प्रस्ताव की 'भविष्यवाणी', देखें वीडियो

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 26, 2023 13:32 IST2023-07-26T12:49:12+5:302023-07-26T13:32:01+5:30

एक विपक्षी सदस्य को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह अहंकार का परिणाम था कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की सीटें एक समय में 400 से गिरकर लगभग 40 हो गईं।

When PM Modi predicted no-trust motion in 2023 in 2019 speech | जब पीएम मोदी ने 2019 के भाषण में की थी 2023 के अविश्वास प्रस्ताव की 'भविष्यवाणी', देखें वीडियो

(फाइल फोटो)

Highlightsविपक्षी दलों ने बुधवार को केंद्र के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव की मांग करते हुए नोटिस प्रस्तुत किया।लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने लोकसभा महासचिव के कार्यालय को एक नोटिस सौंपा।विपक्षी दल मणिपुर में हिंसा का इस्तेमाल भाजपा सरकार को चार मोर्चों पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं।

नई दिल्ली: विपक्षी दलों ने बुधवार को केंद्र के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव की मांग करते हुए नोटिस प्रस्तुत किया। ऐसे में इस तरह के एक प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब वायरल हो गया है जिसमें उन्होंने मजाक में इसके पीछे के दलों से कहा था कि वे 2023 में भी इसी तरह की कवायद पेश करने के लिए तैयार रहें। 

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 2019 में अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, "मैं आपको अपनी शुभकामनाएं भेजना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि आपको 2023 में फिर से अविश्वास लाने का मौका मिले।" केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपनी भविष्यवाणी को उजागर करने के लिए मोदी के भाषण के इस हिस्से को साझा किया।

एक विपक्षी सदस्य को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह अहंकार का परिणाम था कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की सीटें एक समय में 400 से गिरकर लगभग 40 हो गईं। कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने बुधवार को मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग करते हुए नोटिस सौंपा।

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने लोकसभा महासचिव के कार्यालय को एक नोटिस सौंपा। अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक अलग नोटिस भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के फ्लोर लीडर नागेश्वर राव ने स्पीकर को सौंपा था। बीआरएस का नेतृत्व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कर रहे हैं। विपक्षी दल मणिपुर में हिंसा का इस्तेमाल भाजपा सरकार को चार मोर्चों पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं।

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्षी दल मांग कर रहे हैं कि पीएम मोदी मणिपुर में हुई हिंसा पर बोलें। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उन विपक्षी नेताओं की आलोचना की जो मांग कर रहे थे कि पीएम मोदी मणिपुर में जारी हिंसा पर सदन में बोलें।

Web Title: When PM Modi predicted no-trust motion in 2023 in 2019 speech

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