नई दिल्ली: कर्नाटक का अगला सीएम कौन होगा, सूत्रों की अगर माने तो लगभग यह तय हो चुका है। सूत्रों के अनुसार, इस बात पर दोनों नेताओं को राजी कर लिया गया है कि सिद्धरमैया प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे तथा डीके शिवकुमार कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री होंगे। इस बीच पार्टी द्वारा उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर डीके शिवकुमार का बयान भी सामने आया है।
उन्होंने इस मामले में पत्रकारों से बात भी किया है और उनके द्वारा पूछे गए सवालों का सही से जवाब भी नहीं दिया है। वे पत्रकारों के सवाल को यह कहकर टाल दिए कि मैंने सबकुछ आला कमान पर टाल दिया है। उन्होंने यह बयान उस समय दिया है जब वे कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के आवास पर कर्नाटक के अगले सीएम चुने जाने वाले मुद्दे पर चर्चा के लिए वहां पहुंचे थे।
क्या कहा डीके शिवकुमार ने
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के घर पर पत्रकारों से बात करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा है कि वे सब कुछ आला कमान पर छोड़ दिए है। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि "इस मुद्दे पर मुझे बोलने के लिए कुछ नहीं है।.....मैंने सबकुछ आला कमान पर छोड़ दिया है।.....इस मुद्दे पर आला कमान ही फैसला लेगा।"
ऐसे में जब पत्रकारों ने यह पूछा कि अभी आप कहां जा रहे है, क्या आप मीटिंग में जा रहे है। इस पर बोलते हुए डीके शिवकुमार ने कहा है कि "वे आराम करने जा रहे है।" बता दें कि सूत्रों से यह खबर सामने आई है कि डीके शिवकुमार सीएम बनने की इच्छा रखते हैं। हालांकि शिवकुमार ने कभी भी सीएम बनने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर नहीं की है और वे इसका फैसला आला कमान द्वारा लिए जाने को कहते रहे हैं।
20 मई को हो सकता है सीएम पद का शपथ ग्रहण
बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए लंबी मंत्रणा के बाद इस पर सहमति बन गई है कि सिद्धरमैया प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे तथा डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने बुधवार देर रात लंबी बातचीत की और फिर दोनों नेताओं को इस फार्मूले पर राजी कर लिया गया।
सूत्रों ने यह जानकारी भी दी है कि 20 मई को दोपहर 12:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। बेंगलुरु में गुरुवार शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें इसकी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है। कर्नाटक में पार्टी विधायक दल के नेता को चुनने के लिए पिछले 3 दिन से कांग्रेस में मंथन का दौर जारी था।
भाषा इनपुट के साथ