कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पश्चिम बंगाल में आठवें और आखिरी चरण का मतदान गुरुवार को हो रहा है। इसके तहत 35 सीटों पर 283 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। इस चरण में 11860 मतदान केंद्रों पर 84 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
आठवें चरण में मुर्शिबाद और बीरभूम की 11-11 विधानसभा सीटों, मालदा की छह और कोलकाता की सात विधानसभा सीटों के लिए मत डाले जा रहे हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों की करीब 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है जहां टीएमसी और भाजपा के अलावा वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन की अच्छी पकड़ है।
पश्चिम बंगाल: आखिरी चरण के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बंगाल में विधानसभा चुनाव में पिछले चरणों में हिंसा देखने को मिली थी। ऐसे में इस बार भी सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं। खासकर चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में पांच लोगों की मौत हो गई। इसी के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए गए हैं।
आठवें चरण में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिये केंद्रीय बलों की कम से कम 641 कंपनियों की तैनाती की गई है। इनमें से 224 बीरभूम जिले में तैनात होंगी।
निगाहे तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल पर भी होंगी जो चुनाव की कड़ी निगरानी में हैं। चुनाव आयोग के एक अधिकारी के अनुसार मंडल को शुक्रवार शाम सात बजे तक निगरानी में रखा गया है क्योंकि राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं। टीएमसी के नेता को 2019 के लोकसभा चुनावों और 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी ऐसी ही निगरानी में रखा गया था।
पश्चिम बंगाल में कोरोना के बीच चुनाव
चुनाव आयोग के अनुसार मतदान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बता दें कि हाल के दिनों में राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं।
पश्चिम बंगाल में बुधवार को ही कोरोना संक्रमण के 17,207 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल मामले 7,93,552 हो गए हैं। साथ ही इसी अवधि में 77 और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा भी बढ़कर 11,159 हो गया है।
राजधानी कोलकाता में ही 3821 नए मामले आए जबकि उत्तर 24 परगना में 3778 मरीजों की पुष्टि हुई है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या अभी एक लाख 5 हजार 812 हो गई है।