मौसम की मार: उत्तर भारत में भयंकर गर्मी, असम और मणिपुर में बाढ़ के कहर से 53 लोगों की मौत, 5 लाख लोग प्रभावित
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 1, 2024 14:48 IST2024-06-01T14:46:57+5:302024-06-01T14:48:20+5:30
असम और मणिपुर जैसे राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं। असम और मणिपुर में विनाशकारी बाढ़ ने तबाही मचाना जारी रखा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बाढ़ से संबंधित आठ और मौतों की सूचना दी। जिससे कुल मृत्यु संख्या बढ़कर 53 हो गई है।

मणिपुर जैसे राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं
Assam, Manipur floods: एक तरफ जहां पूरा उत्तर भारत भयंकर गर्मी और हीटवेव का सामना कर रहा है वहीं असम और मणिपुर जैसे राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं। असम और मणिपुर में विनाशकारी बाढ़ ने तबाही मचाना जारी रखा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बाढ़ से संबंधित आठ और मौतों की सूचना दी। जिससे कुल मृत्यु संख्या बढ़कर 53 हो गई है। गंभीर चक्रवात रेमल के कारण आई बाढ़ ने भी दोनों राज्यों के बड़े हिस्से को जलमग्न कर दिया। इससे इन दो राज्यों में कम से कम 5 लाख लोग प्रभावित हैं। आपदा झेल रहे असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की मौजूदा स्थिति का जायजा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लिया है राज्य को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
Teams of Manipur Police and Assam Rifles distributing relief materials to flood affected residents of Thangal Bazaar, Imphal. pic.twitter.com/7JRxBOuo3x
— Manipur Police (@manipur_police) May 31, 2024
असम में बराक घाटी का कछार शुक्रवार तक सबसे अधिक प्रभावित जिला है। बाढ़ से जिले में 15,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद होजई जिले में 5,000 से अधिक और करीमगंज जिले में 3,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कछार जिले में विभिन्न स्थानों पर सात पीडब्ल्यूडी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। नागांव जिले में तीन और होजाई में एक सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है।
Flash:
— Yuvraj Singh Mann (@yuvnique) May 30, 2024
The troops of #AssamRifles rescued about 1,000 people from flood-affected areas in #Manipur, which was badly hit by incessant rains due to #CycloneRemal.
In a statement, the Assam Rifles said its troops successfully carried out rescue operation in #flood-affected areas… pic.twitter.com/FVNOTQwi2T
कार्बी आंगलोंग, धेमाजी, होजई, कछार, करीमगंज, डिब्रूगढ़, नागांव, हैलाकांडी, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, दिमा-हसाओ अन्य प्रभावित जिले हैं। 28,000 से अधिक प्रभावित लोग वर्तमान में राज्य में खोले गए 187 राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। बराक घाटी में रेल और सड़क संपर्क संकट में है क्योंकि बराक नदी खतरे के स्तर से ऊपर बढ़ गई है।
उत्तर भारत में भयंकर गर्मी और हीटवेव
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने दिन में आमतौर पर बादल छाए रहने, लू चलने और धूल भरी आंधी या गरज के साथ हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है।
मानसून का इंतजार
दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश में 15 जून तक पहुंचने की संभावना है जो राज्य में उसके सामान्य आगमन से दो दिन पहले है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बृहस्पतिवार को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले ही दस्तक दे दी। केरल और पूर्वोत्तर में मानसून का एक साथ आना काफी दुर्लभ है और इससे पहले चार मौकों-2017, 1997, 1995 और 1991 में, ऐसा हुआ था।