VIDEO: सीएम योगी ने अपने लखनऊ कार्यालय से ही त्रिवेणी संगम में माघ पूर्णिमा 'स्नान' की ऐसे की निगरानी
By रुस्तम राणा | Updated: February 12, 2025 07:03 IST2025-02-12T07:01:00+5:302025-02-12T07:03:31+5:30
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी एक वीडियो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने लखनऊ कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से आज संगम में होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान की निगरानी करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

VIDEO: सीएम योगी ने अपने लखनऊ कार्यालय से ही त्रिवेणी संगम में माघ पूर्णिमा 'स्नान' की ऐसे की निगरानी
लखनऊ: प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में लगे महाकुंभ में आज माघ पूर्णिमा का अमृत स्नान किया जा रहा है। ऐसे में राज्य सरकार ने महाकुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। खुद राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ इस पावन आयोजन की निगरानी लखनऊ से ही कर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी एक वीडियो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने लखनऊ कार्यालय में बैठकर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से आज संगम में होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान की निगरानी करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि आज माघी पूर्णिमा के लिए विशेष यातायात योजना सहित व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं और स्वास्थ्य कर्मियों को इस अवसर के लिए अलर्ट पर रखा गया है, जब महाकुंभ की अभिन्न परंपरा, महीने भर चलने वाला 'कल्पवास' समाप्त हो रहा है।
यातायात को रुकने न दिया जाए, सड़क पर जाम न लगे, शटल बसों की संख्या बढ़ाई जाए और बाहरी वाहनों का प्रवेश न हो। दरअसल मौनी अमावस्या से पहले हुई भगदड़ को देखते हुए योगी आदित्यनाथ खुद महाकुंभ की हर व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं.. और किसी भी तरह की दिक्कत होने पर कार्रवाई कर रहे हैं।
#WATCH | Lucknow: UP CM Yogi Adityanath monitors #MaghPurnima 'snan' at Triveni Sangam, Prayagraj, from his office.
— ANI (@ANI) February 12, 2025
(Video source - Information department) pic.twitter.com/gTiOxSruDx
माघ पूर्णिमा 2025
माघी पूर्णिमा, माघ महीने की एक पवित्र पूर्णिमा है। यह शुभ दिन उत्तर भारत में माघ महीने का समापन है, जिसे भक्त, विशेष रूप से भगवान विष्णु के उपासक पूजते हैं। लाखों लोग इसे एक पवित्र अनुष्ठान मानते हुए पवित्र स्नान करते हैं। त्रिवेणी संगम पर कुंभ मेले और माघ मेले के साथ-साथ, यह एक महत्वपूर्ण हिंदू आयोजन है। भक्त आध्यात्मिक शुद्धि और ज्ञान की तलाश में पवित्र जल में स्नान करते हैं। यह पवित्र दिन हिंदू धर्म में अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व रखता है।