Kerala Governor Arif Mohammed Khan: मैं यहां से नहीं जाऊंगा, सड़क किनारे दुकान के सामने बैठे राज्यपाल, आखिर क्या है मजबूरी!, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 27, 2024 01:12 PM2024-01-27T13:12:49+5:302024-01-27T13:14:04+5:30
Kerala Governor Arif Mohammed Khan: टीवी चैनलों पर प्रसारित वीडियो में गुस्से में दिख रहे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को पुलिसकर्मियों से सख्त लहजे से बात करते देखा जा सकता है।
Kerala Governor Arif Mohammed Khan: केरल में सरकार और राज्यपाल के बीच मतभेद जारी है। कोल्लम में एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के बाद राज्यपाल खान दुकान के सामने बैठ गए। गवर्नर ने कहा कि मैं यहां से नहीं जाऊंगा। पुलिस उन्हें सुरक्षा दे रही है। पुलिस मौके पर मौजूद हैं। खान कोल्लम जिले के निलमेल में शनिवार को उनके खिलाफ ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया’(एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन करने पर अपने वाहन से बाहर निकले और प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क किनारे एक दुकान के सामने बैठ गए। खान एमसी रोड पर एक दुकान से कुर्सी लेकर वहीं बैठ गए और उन्होंने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
#WATCH | "I will not leave from here. Police is giving them protection, " says Governor Arif Mohammed Khan after SFI activists held a protest against him in Kollam. Police present on the spot https://t.co/nQHF9PWqprpic.twitter.com/RHFFBRCh9s
— ANI (@ANI) January 27, 2024
टीवी चैनलों पर प्रसारित वीडियो में गुस्से में दिख रहे खान को पुलिसकर्मियों से सख्त लहजे से बात करते देखा जा सकता है। घटनास्थल पर पुलिस के अलावा अन्य अधिकारी और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। राज्यपाल एक समारोह के लिए कोट्टाराक्कारा जा रहे थे।
तभी राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया’ के कई सदस्यों ने रास्ते में काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। खान और वामपंथी सरकार के बीच राज्य के विश्वविद्यालयों के कामकाज और विधानसभा द्वारा पारित कुछ विधेयकों पर राज्यपाल के हस्ताक्षर न करने समेत कई मामलों को लेकर तनातनी की स्थिति है।
केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चा सरकार और खान के बीच जारी तनाव के बीच राज्यपाल ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को विधानसभा में अपना अभिभाषण केवल अंतिम पैराग्राफ पढ़कर समाप्त कर दिया था और इस तरह उन्होंने सरकार से अपनी नाराजगी का संकेत दिया था।