नई दिल्लीः बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के "अपमान" को लेकर भाजपा और कांग्रेस में राजनीति तेज हो गई है। दोनों दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। विपक्षी नेता अमित शाह से इस्तीफा मांग रहे हैं। संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया। दूसरी ओर कांग्रेस ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने संसद के मुख्य द्वार पर मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी को धक्का दिया। बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जिसके बाद मैं नीचे गिर गया।
मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, तभी राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया, जिसके बाद वह मेरे ऊपर गिर गए। धक्का लगने से सारंगी की आंख और सिर पर चोट लगी और वह जमीन पर गिर गए। सारंगी को तुरंत इलाज के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया। उसे ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस मौके पर पहुंची।
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को लोकसभा में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने शाह की टिप्पणी से जुड़ा विषय सदन में उठाने का प्रयास करते हुए हंगामा किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मुख्य विपक्षी दल पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रतिवाद किया।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व सदस्य कांग्रेस के ईवीकेएस एलंगोवन के निधन के बारे में सदन को सूचित किया और उनके राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त उल्लेख किया। इसके बाद सदन ने कुछ पल मौन रखकर दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।
बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजकर तीन मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर राज्यसभा में दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया, जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं, ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’ दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा बाबासाहेब का अपमान किया और उन्हें चुनाव तक हरवाया।
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दल के प्रदर्शन से संबंधित बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की तस्वीरों को हटाकर उनकी जगह अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस के चित्र का इस्तेमाल किया, जो संविधान निर्माता का अपमान और उपहास करने वाली बात है।
गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी के खिलाफ विपक्षी दलों के सांसदों ने बुधवार को संसद परिसर में बाबासाहेब की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया था। इस बीच संसद के बाहर प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी गिर गए। भाजपा के ‘एक्स’ हैंडल से इन तस्वीरों के स्थान पर सोरोस की तस्वीर लगाकर विपक्ष पर तंज कसा गया।
इसको लेकर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "भाजपा डॉ. आंबेडकर का अपमान और उपहास करने में बेशर्म है। अमित शाह के बयानों से बाबासाहेब के करोड़ों अनुयायियों को हुई भारी पीड़ा के लिए गृह मंत्री को उनके पद से हटाना सुनिश्चित करने के बजाय, वे उपहास को दोगुना कर रहे हैं। "
उन्होंने सवाल किया कि क्या बाबासाहेब के अपमान के खिलाफ उनके पक्ष में खड़ा होना भाजपा के लिए मजाक का विषय है? वेणुगोपाल ने दावा किया, "वे (भाजपा) डॉ. आंबेडकर की विरासत जैसे संवेदनशील मामले पर भी अपना झूठ सामने ला रहे हैं, क्योंकि वे उनका सम्मान नहीं करते हैं और अपने संकीर्ण राजनीतिक लक्ष्यों के लिए उनका कद छोटा करना चाहते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यही मानसिकता है जिसने बाबा साहेब के पुतले जलाए, मूर्तियाँ तोड़ी, संविधान को बदलने का षड्यंत्र रचा और अब यहाँ उनकी तस्वीर तक को नहीं बख्शा। कांग्रेस ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए।
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं , ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’