WATCH: गुजरात के सूरत में 85 मीटर ऊंचे कूलिंग टॉवर को ऐसे किया गया धराशायी, पलभर में हुआ जमीदोज
By रुस्तम राणा | Published: March 21, 2023 04:09 PM2023-03-21T16:09:30+5:302023-03-21T16:11:09+5:30
30 साल पुराने टॉवर को नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से धराशायी किया गया। इस टॉवर का व्यास करीब 72 मीटर था। जो तापी नदी के तट पर स्थित था।
सूरत:गुजरात के सूरत में मंगलवार को उतरन गैस आधारित पावर स्टेशन के 85 मीटर ऊंचा कूलिंग टॉवर को गिराया गया। एएनआई ने टॉवर के धराशायी होने के वीडियो जारी किया है, जिसमें टॉवर देखते ही देखते जमीदोज हो गया है। 30 साल पुराने टॉवर को नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से धराशायी किया गया। इस टॉवर का व्यास करीब 72 मीटर था। जो तापी नदी के तट पर स्थित था।
जानकारी के मुताबिक आरसीसी टॉवर को सुबह करीब 11:10 बजे गिराया गया। टॉवर के ध्वस्तीकरण को लेकर संबंधित अधिकारी ने बताया कि कूलिंग टॉवर को गिराने के लिए 262.5 किलोग्राम वाणिज्यिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। टॉवर सात सेकंड के भीतर एक तेज आवाज के साथ नीचे गिर गया, जिससे धूल की एक बड़ी परत फैल गई।
टॉवर के ध्वस्तीकरण से पहले पावर स्टेशन के आसपास के इलाके के लोगों को करीब 250-300 मीटर दूर रखा गया। इसके लिए एक बकायदा बैरिकेडिंग की गई। अधिकारी ने कहा कि कालम की खुदाई के बाद विस्फोटक स्थापित किए गए और विशेषज्ञों की मदद ली गई।
वहीं मुख्य अभियंता (प्रभारी अतिरिक्त ) आरआर पटेल ने कहा, टॉवर गुजरात राज्य विद्युत निगम के 135-मेगावाट बिजली संयंत्र का हिस्सा था और शीतलन उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया गया था। यह 72 मीटर के निचले व्यास के साथ 85 मीटर ऊंचाई पर था।
उन्होंने कहा कि गैस आधारित बिजली संयंत्र में 375 मेगावाट क्षमता का अन्य संयंत्र चालू है और चल रहा है। उन्होंने कहा कि 1993 में निर्मित टॉवर को गिराना तकनीकी-व्यावसायिक कारणों से जरूरी हो गया था, जिसके लिए 2017 में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की मंजूरी ली गई। उन्होंने कहा कि सितंबर 2021 में टॉवर को गिराने की प्रक्रिया शुरू हुई।
#WATCH गुजरात: सुरत के उतरन गैस आधारित पावर स्टेशन के 85 मीटर ऊंचा कूलिंग टॉवर को गिराया गया। pic.twitter.com/8eRqDgEiz2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2023