Agra Sukanya Sharma: सैल्यूट मैडम?, सफेद कमीज और काली जींस पहनकर देर रात सड़कों पर अकेली निकलीं सुकन्या शर्मा, 112 पर किया फोन, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 30, 2024 11:04 IST2024-09-30T11:03:40+5:302024-09-30T11:04:23+5:30
Agra Sukanya Sharma: आगरा के एत्मादपुर में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात सुकन्या शर्मा शनिवार देर रात सफेद कमीज और काली जींस पहनकर बाहर निकलीं और ऑटो रिक्शा पर सवार हुईं।

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Agra Sukanya Sharma:उत्तर प्रदेश के आगरा में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सुकन्या शर्मा महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए रात में सादे कपड़ों में सड़कों पर निकलीं और इस दौरान उन्होंने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद भी मांगी। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शर्मा की इस कोशिश को ‘‘प्रशंसनीय प्रयास’’ करार दिया और कहा कि ऐसे ‘मॉक-कॉल’ समय-समय पर होते रहें तो पुलिस-प्रशासन सजग और सचेत रहेगा।
#𝐏𝐨𝐥𝐢𝐜𝐞𝐂𝐨𝐦𝐦𝐢𝐬𝐬𝐢𝐨𝐧𝐞𝐫𝐚𝐭𝐞𝐀𝐠𝐫𝐚#𝐔𝐏𝐏𝐈𝐧𝐍𝐞𝐰𝐬#𝐀𝐠𝐫𝐚𝐏𝐨𝐥𝐢𝐜𝐞𝐈𝐧𝐍𝐞𝐰𝐬pic.twitter.com/EZsBfLWjnZ
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) September 29, 2024
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि आगरा के एत्मादपुर में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात सुकन्या शर्मा शनिवार देर रात सफेद कमीज और काली जींस पहनकर बाहर निकलीं और ऑटो रिक्शा पर सवार हुई। बाद में उन्होंने ‘112’ पर फोन करके मदद मांगते हुए कहा कि वह सुनसान सड़क पर अकेली हैं, क्या उन्हें मदद मिल सकती है।
#एसीपी_महिला_अपराध डॉ. सुकन्या शर्मा द्वारा सादे वस्त्रों में अकेले ऑटो में बैठकर संवेदनशील स्थानों का भ्रमण/निरीक्षण किया एवं स्वयं पीड़ित बनकर UP112 का प्रयोग कर, परखी इमरजेंसी सुरक्षा व्यवस्थाhttps://t.co/QSSrm9TncR
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) September 30, 2024
शर्मा का मकसद महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की मुस्तैदी को जांचना था। बहरहाल, फोन पर तुरंत कार्रवाई हुई और 10 मिनट के अंदर पुलिस नियंत्रण कक्ष की टीम मौके पर पहुंची तो सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा को सामने देखकर हैरान रह गई। नियमों के तहत, रात 10 बजे से सुबह छह बजे के बीच अगर कोई महिला किसी ऐसी जगह फंसी हो, जहां से उसे वाहन नहीं मिल सकता है तो वह पुलिस से मदद मांग सकती है। इसी की जांच के लिए शर्मा ने रात साढ़े 11 बजे पुलिस नियंत्रण कक्षा में फोन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सहायक पुलिस आयुक्त के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने रविवार देर रात सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "महिला सुरक्षा सुशासन की प्रथम परीक्षा होती है। यदि समाजवादी पार्टी के समय में महिला सुरक्षा के लिए शुरू किये गये आपातकालीन नंबर ‘1090’ व ‘100’ को भाजपा सरकार में अच्छी तरह चलाया और बढ़ाया जाता तो आज महिला सुरक्षा को लेकर किसी ज़िम्मेदार अधिकारी को आशंका से भरा कॉल न करना पड़ता।" यादव ने कहा, "ऐसे ‘मॉक-कॉल’ समय-समय पर होते रहें तो पुलिस-प्रशासन सजग और सचेत रहेगा। प्रशंसनीय प्रयास!"