विशाखापट्टनम गैस लीक कांडः राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, केंद्र और आंध्र प्रदेश सरकार को जारी किया नोटिस
By रामदीप मिश्रा | Published: May 7, 2020 02:45 PM2020-05-07T14:45:51+5:302020-05-07T14:45:51+5:30
Vizag Gas Leak: आंध्र प्रदेश सरकार ने विशाखापट्टनम के लोगों से न घबराने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील की। पॉलिमर संयंत्र से गैस के रिसाव ने पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को अपनी चपेट में ले लिया।
विशाखापट्टनमः आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के पास गोपालपत्तनम के तहत आने वाले वेंकेटपुरम गांव में स्थित एलजी पॉलिमर्स लिमिटेड के संयंत्र से स्टाइरीन गैस के रिसाव के कारण नौ लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोगों को सांस लेने में हो रही तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मामले पर संज्ञान लिया है।
एनएचआरसी ने गुरुवार (07 मई) दोपहर को केंद्र सहित आंध्र प्रदेश सरकार को विजाग गैस लीक (Vizag Gas Leak) मामले पर नोटिस जारी किया है। वहीं, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात का जायजा लिया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर चिंता व्यक्त की।
आंध्र प्रदेश प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डी गौतम सवांग ने बताया कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने हालात का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की थी और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद कहा कि विशाखापत्तनम के किंग जॉर्ज अस्पताल में कम से कम 246 लोगों का इलाज चल रहा है और उनमें से 20 वेंटिलेटर पर हैं।
National Human Rights Commission (NHRC) issues notice to Andhra Pradesh Government and Centre over #VizagGasLeak. pic.twitter.com/46XY90EWDp
— ANI (@ANI) May 7, 2020
मृतकों में आठ साल का एक बच्चा भी शामिल है जबकि प्रभावित लोगों को निकालने के लिए गए कई पुलिसकर्मी भी इससे प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा, प्रभावित गांव से भागने के दौरान दो लोग एक बोरवेल में गिर पड़े जिससे उनकी मौत हो गई। उनके शवों को बाद में निकाल लिया गया। प्रभावित लोग ऑटो और दो पहिया गाड़ियों पर चिकित्सकीय सहायता के लिए दौड़े जबकि सरकारी कर्मियों ने जो भी संभव हुआ, वो प्राथमिक उपचार उन्हें देने की कोशिश की। लोग सड़क किनारे और नालों के पास बेहोश पड़े हुए थे, जो स्थिति की गंभीरता को बयान करता है।
वहीं सरकार का कहना है कि रिसाव को नियंत्रित करना पहली प्राथमिकता है। बताया गया कि गुरुवार तड़के गैस का रिसाव तब हुआ जब संयंत्र के कुछ श्रमिक इकाई को फिर से खोलने की तैयारी कर रहे थे। राज्य के औद्योगिक मंत्री मेकपति गौतम रेड्डी ने बताया कि एलजी पॉलिमर्स इकाई को लॉकडाउन के बाद गुरुवार को खुलना था।
आंध्र प्रदेश सरकार ने विशाखापट्टनम के लोगों से न घबराने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए काम कर रहे अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील की। पॉलिमर संयंत्र से गैस के रिसाव ने पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को अपनी चपेट में ले लिया।
राज्य के आईटी एवं उद्योग मंत्री एम गौतम रेड्डी ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कहा किविशाखापट्टनम में उद्योग विभाग में महाप्रबंधक के कार्यालय में एक हेल्पडेस्क बनाया गया है। उन्होंने कहा कि लोग उप निदेशक एस प्रसाद राव से उनके मोबाइल नंबर 7997952301 और 891923934 पर संपर्क कर सकते हैं तथा एक अन्य अधिकारी आर ब्रह्म से मोबाइल नंबर 9701197069 पर संपर्क कर सकते हैं।