विवेक तिवारी के परिवार और पत्नी से मिले अखिलेश यादव, किया हर संभव मदद का वादा
By पल्लवी कुमारी | Published: October 1, 2018 08:24 PM2018-10-01T20:24:44+5:302018-10-01T20:24:44+5:30
एप्पल कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी (38) की मौत 29 सितंबर की रात को कार्यालय से घर लौटते समय पुलिस की गोली लगने से हो गयी थी।
लखनऊ, एक अक्टूबर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान कथित तौर पर वाहन नहीं रोकने पर एक पुलिस कांस्टेबल प्रशांत चौधरी द्वारा चलायी गयी गोली लगने से एक व्यक्ति विवेक तिवारी की मौत की घटना तूल पकड़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज( एक अक्टूबर) की शाम मृतक विवेक तिवारी की पत्नी और परिवार वालों से मिलने पहुंचे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अखिलेश यादव मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी की पत्नी से मिले, वो भी उनके घर जाकर। अखिलेश ने पीड़ित परिवार को इस बात का भरोसा दिलाया है कि वह हर संभव मदद करेंगे। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके भी योगी आदित्यनाथ की सरकार की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'उप्र में पुलिस ने एक आम आदमी की हत्या कर के साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार में ‘एनकाउंटर’ की हिंसात्मक संस्कृति कितनी विकृत हो गयी है। एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एम्पलॉयी के मारे जाने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की निगाह में भी प्रदेश की छवि विकृत हुई है।'
सीएम योगी से मिली विवेक तिवारी की पत्नी
सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री योगी से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री से मिलना चाहती थी। मैंने पहले भी कहा था कि मुझे राज्य सरकार पर भरोसा है। मेरा वह भरोसा आज और बढ़ गया। वर्तमान परिस्थितियों में मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री से आज मिलने के बाद मुझे कुछ ढांढस बंधा है कि जो जिम्मेदारियां मेरे पति मेरे ऊपर छोड़कर गए हैं, शायद मैं उन्हें पूरा कर पाऊंगी। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री की आभारी हूं।'’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सभी मांगें पूरी हो गयी हैं। मैं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के अलावा नौकरी, घर और मेरी बच्चियों की पड़ाई के लिए व्यवस्था तथा मेरी सास की देखभाल के लिये व्यवस्था चाहती हूं। मुख्यमंत्री ने मेरी सभी मांगे पूरी कर दी हैं।’’
मायावती का बयान
मायावती ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी की सरकार से मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के साथ..साथ लापरवाह वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये। साथ ही इस घटना की उच्च स्तरीय जांच भी होनी चाहिये। यदि सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना चाहती है तो उसे बिना कोई देरी किये इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिये।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कहा है और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं।'
क्या था मामला
एप्पल कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी (38) की मौत 29 सितंबर की रात को कार्यालय से घर लौटते समय पुलिस की गोली लगने से हो गयी थी। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार सिपाही प्रशांत चौधरी ने उन्हें कार रोकने को कहा। कार नहीं रोकने पर कथित रूप से प्रशांत ने विवेक पर गोली चला दी। गंभीर रूप से घायल विवेक की इलाज के दौरान मौत हो गई।
पोस्टमॉर्टम में उनके सिर में गोली मिली थी। इस मामले में दोनों आरोपी सिपाही प्रशांत और संदीप को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों को गिरफ्तारी करने के बाद शनिवार को ही जेल भेज दिया गया था। मृतक विवेक तिवारी का रविवार को लखनऊ स्थित बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)