विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीकेज की सूचना मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। हादसा गुरुवार (7 मई) की सुबह साढ़े तीन बजे हुआ। हादसे में अबतक सात लोगों की मौत हो गई है। जिसमें एक बच्चा भी शामिल हैं। सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। पुलिस, फायर टेंडर, एंबुलेंस मौके पर पहुंची है। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी घटनास्थल का आज दौरा करेंगे।
विशाखापत्तनम की स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 11 बजे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की बैठक बुलाई है। पीएमो ने यह जानकारी दी है।
आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती कराए जा रहे हैं लोग
आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एल.जी पॉलिमर उद्योग से खतरनाक जहरीली गैस के रिसाव के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं। फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए। सैकड़ों लोग आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, उल्टी के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू
विशाखापट्टनम के सीपी आरके मीणा ने कहा, गैस लीकेज को निष्प्रभावी कर दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिकतम प्रभाव लगभग 1-1.5 किमी तक है। लेकिन इसकी गंध दो से ढाई किमी तक जा रही थी। 100 से 120 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में कुल 3 व्यक्तियों की मौत हुई है। एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
विशाखापट्टनम के सीपी आरके मीणा ने बताया कि यह एक styrene गैस लीक था। हमने गांव खाली कर दिया है। अब हम डोर-टू-डोर जाकर पीड़ित लोगों को खोज रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक हजार लोग बीमार पड़ गए हैं। बता दें कि हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई थी। लेकिन 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने खरीद लिया था और इसे एलजी पॉलिमर नाम दिया गया था। प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है।