Azadi Ka Amrit Mahotsav: मध्य प्रदेश के इंदौर ने शनिवार को 5000 से भी अधिक लोगों ने मानव श्रृंखला के जरिए भारत का मैप बनाया है। इस आयोजन को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है। इस मानव श्रृंखला को बनाने के लिए कुल 5,335 स्कूली छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया है।
आपको बता दें आजादी का अमृत महोत्सव के तहत देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर इस मानव श्रृंखला को बनाया गया है। इस मानव श्रृंखला ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर नए रिकॉर्ड बनाए है जिससे यह भारत के नक्शे वाला सबसे बड़ा मानव श्रृंखला बनने का नया रिकॉर्ड बना है।
5,335 लोगों ने बनाया भारत का मैप
इस मानव श्रृंखला को सामाजिक संस्था 'ज्वाला' द्वारा बनाया गया है। इसके लिए सामाजिक संस्था 'ज्वाला' ने कुल 5,335 लोगों को जमा किया था जिसमें स्कूली छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य लोग भी शामिल हुए थे।
आयोजक के अनुसार, इससे पहले जो मानव श्रृंखला का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है, उस रिकॉर्ड से यह मानव श्रृंखला अलग है। इस मानव श्रृंखला में भारत के नक्शे को बनाया गया है जिसमें बाउंडरी के साथ मानव श्रृंखला के अन्दर भी लोगों को रखा गया है।
यही नहीं इस मानव श्रृंखला में लोग नीले रंग में भी दिखे है और नक्शे के बीचो-बीच अशोक चक्र भी देखने को मिला है।
आयोजक ने यह भी बताया कि वे मानव श्रृंखला के बाउंडरी पर महिलाओं को रखा गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इससे महिलाओं के महत्व और ताकत के बारे में लोगों को बता सके।
आयोजक दिव्या गुप्ता ने क्या बोला
इस पर बोलते हुए ज्वाला की संस्थापक डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि इस मानव श्रृंखला ने पूरे विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया है और हमने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। गुप्ता ने आगे कहा, "आजादी का अमृत महोत्सव के मायने हर किसी के लिए अलग है। हमारी इच्छा हुई कि भारत के मानचित्र को मानव श्रृंख्ला से बनाकर दर्शाया जाए, मानव श्रृंख्ला में 5,335 लोग शामिल थे। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकोर्ड में भी इसे दर्ज किया गया है।"