इंदौर, 28 मार्च (रिपोर्ट- मुकेश मिश्र) घोड़ी चढ़कर दूल्हे की बारात में आप खूब शामिल हुए होंगे, लेकिन यहाँ मामला थोड़ा अलग है। मध्य प्रदेश के जावरा में दूल्हे हेलीकॉप्टर पर सवार होकर आए और निकाह के बाद आज हेलीकॉप्टर से ही दुल्हन को लेकर विदा हुए। दूल्हों ने हेलीकॉप्टर से दुल्हन ले जाने की वजह अपने पिता की इच्छा को बताया तो वही दुल्हन के घरवालों का कहना था कि उनकी बेटी बड़ी भाग्यवान है। वह अपने पिया के घर हेलीकॉप्टर से विदा हुई है।
राजस्थान के झालावाड़ जिले के सुकेत के माइंस कारोबारी आरिफ खान के दो बेटे आदिल खान और आसिफ खान का निकाह सोमवार को जावरा में अलग अलग परिवार में हुआ। दोनों भाई अपनी दुल्हन को लेने के लिए हेलीकॉप्टर से आए। दूल्हे के अलावा पूरी बारात कार व अन्य वाहनों से जावरा पहुंची।
हेलीकॉप्टर ग्राम भेसाणा में बनाए गए हेलीपैड पर उतारा गया। इसे देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में भेसाणा पहुंचे। क्षेत्र में पहली बार दूल्हा हेलीकॉप्टर से आने की चर्चा आसपड़ोस के शहरों में भी रही। एक का निकाहनामा दोपहर में तो दूसरे का रात में पढ़ा गया। अगले दिन सुबह बारात की विदाई के साथ दुल्हन को भी हेलीकॉप्टर से विदा हुई। इससे पहले दोनों दुल्हन अपने पतियों के साथ जावरा से कार द्वारा हेलीपेड पहुंचीं।
इस मौके पर दोनों दूल्हों का कहना था कि उनके पिता की इच्छा थी की उनके बेटो की बारात हेलीकॉप्टर से लेकर जाऊँगा। पिता की इच्छा के लिए दोनों दूल्हे हेलीकॉप्टर से आए जावरा आये दुल्हन हेलीकॉप्टर से लेकर जा रहे हैं। वहीं, दुल्हन के परिजनों का कहना है कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनकी बेटी की शादी करेंगे तो हेलीकॉप्टर में वह विदा होगी।
ग्राम भेसाणा में हेलीपैड बनाया गया था
किस्मत कब किसकी खुल जाये यह कोई नहीं कह सकता। फल का ठेला लगाने वाले की बेटी की शादी हुई तो वह अपने ससुराल हेलीकॉप्टर से गयी। दुल्हा उसे लेने हेलीकॉप्टर से आया था। राजस्थान में दुल्हन का सुसराल खनिज उद्योग से नाता रखता है। लड़की के माता-पिता के आंसू विदाई में लड़की के बिछड़ने के गम के नहीं बल्कि बेटी की खुश नसीबी की वजह से निकल रहे थें।
हर माता-पिता की ख्वाहिश होती कि कि उसकी लड़की बड़े घर में ब्याह के जाये और रानी जैसे रहें। लेकिन सब की किस्मत एक जैसी नहीं होती... जावरा के पठानटोली में खपरैल के कच्चे मकान में रहने वाले वाहिद खान ने सपने में भी यह नहीं सोचा था कि उनकी बेटी शाहिस्ता इतनी भाग्यवान है कि वह ब्याह कर रानी जैसी बिदा होगी और उसे शौहर भी इतना आमिर मिलेगा कि उसे लेने वह घोड़ी कार से नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर से आयेगा।
10वीं पास शाहिस्ता मंगलवार को अपने पिहर से जब बिदा हुई तो उसके शोहर को देखने हुजूम उमड़ पड़ा। उसकी शादी राजस्थान के कोटा जिले के खनिज कारोबारी आरिफ खान के बेटे आसिफ से हुई। यह भी खुदा का एक तिलिस्म है। तीन साल पहले शाहिस्ता अपनी बहन के यह मुगलपुरा गई थी। वह उसे देखते ही दूल्हे की नानी रेहना बी ने पसन्द कर लिया था। बेटी की शादी से अभिभूत पिता वाहिद खान का कहना है कि हमें तो अल्लाहताला ने बिना हज किये ही हमारी मुराद पूरी कर दी। एक फल का ठेला लगाने वाले की बेटी इतने बड़े खानदान में ब्याह कर गयी है। जिसकी कल्पना हम कर ही नहीं सकते थे।