राजस्थान के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रदेश की राजधानी जयपुर के अल्बर्ट हॉल परिसर में सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इसमें राजस्थान राज्यपाल कल्याण सिंह ने सीएम गहलोत के साथ उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी शपथ ली। इसमें कांग्रेस के हाथों करारी हार झेलने वाली राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी पहुंचीं।
मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समेत कई दिग्गज कांग्रेसी नेता पहुंचे रहे। लेकिन सभी टीवी चैनलों पर अगर कोई छाया तो वो हैं पूर्व राजस्थान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया।
कांग्रेसी दिग्गजों के बीच बार-बार कैमरे वसुंधरा राज सिंधिया को ढूंढ़ ले रहे थे। असल में वसुंधरा राजे शपथ ग्रहण समारोह में बाकी नेताओं से पहले ही पहुंच गईं। इसके बाद उन्होंने कांग्रेसी नेताओं से मुस्कुराकर मुलाकात करनी शुरू की।
ऐसा होते देख कांग्रेसी नेता भाव विह्वल हो गए। एक-एक कर सभी कांग्रेसी व विपक्ष के नेता उनसे मिलने आने लगे।
गहलोत शपथ ग्रहण समारोह में वसुंधरा राजे को अग्रणी पंक्ति में जगह
वसुंधरा राजे सिंधिया की राजस्थान में साख का अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें कई दिग्गज नेताओं के साथ जगह मिली। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, तेलगू देशम पार्टी मुखिया चंद्रबाबू नायडू, पूर्व कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया, कांग्रेस सीएम एचडी कुमारस्वामी, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी मुखिया शरद पवार, हिन्दुस्तान आवाम पार्टी मुखिया व पूर्व बिहार सीएम जीतन राम माझी, कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं से उन्होंने गर्मजोशी से मुलाकात की।
बल्कि कई मौके ऐसी स्थिति बनी जैसे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वसुंधरा राजे हों। असल में विपक्ष के नेताओं की भरमार और विपक्षी एकता के चमक को वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता वसुंधरा राजे फींका कर रही थीं।
उनके सामने विपक्षी नेता खुलकर ताकत प्रदर्शन भी नहीं कर पाए। आमतौर पर एक-दूसरे का हाथ ऊपर कर साथ होने के इजहार भी नहीं हुआ।