वसुंधरा राजे ने बचाई थी अशोक गहलोत की सरकार! पूर्व सीएम ने दावे का किया खंडन, कहा- वो विधानसभा चुनाव हारने के डर से झूठ बोल रहे
By मनाली रस्तोगी | Updated: May 8, 2023 07:33 IST2023-05-08T07:25:31+5:302023-05-08T07:33:51+5:30
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता वसुंधरा राजे ने राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के दावों का खंडन किया।

(फोटो क्रेडिट- ANI)
धौलपुर (राजस्थान): राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता वसुंधरा राजे ने राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के दावों का खंडन करते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव हारने के डर से झूठ बोल रहे हैं और उनके झूठे आरोप दिखाते हैं कि वह राज्य कांग्रेस इकाई में विद्रोह से बौखला गए हैं।
कांग्रेस के साथ प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो अन्य नेताओं को 2020 के संकट के दौरान अपनी सरकार को बचाने में मदद करने का श्रेय दिया, जब कांग्रेस के कुछ विधायकों ने विद्रोह किया और उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की।
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने कहा, "मेरे खिलाफ गहलोत का बयान साजिश है। गहलोत ने जितना अपमान किया है, उतना कोई मेरा अपमान नहीं कर सकता। वह 2023 के विधानसभा चुनाव में हार के डर से झूठ बोल रहे हैं और अपनी ही पार्टी में बगावत से बौखलाए इस तरह के झूठे आरोप लगा चुके हैं।"
गौरतलब है कि गहलोत के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने जुलाई 2020 में उनके नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद महीने भर चला संकट समाप्त हुआ था। इसके बाद पायलट को उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था।
धौलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा था कि उन्होंने राज्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी प्रमुख के रूप में भैरों सिंह शेखावत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को गिराने का समर्थन नहीं किया क्योंकि यह अनुचित था, वो ही बात कैलाश मेघवाल ने और वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि हमारे यहां कभी परंपरा नहीं रही है...इस प्रकार चुनी हुई सरकारो को पैसे के बल पर गिराने की।
गहलोत ने कहा था, "जब भैरोसिंह शेखावत थे मुख्यमंत्री उस वक्त उनकी पार्टी के लोग सरकार गिरा रहे थे.. मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था.. मेरे पास लोग आये.. उस वक्त भी पैसा बंटने लगा था...जैसे अभी बंटा...मैंने उन्हें कहा...भले आदमियों तुम्हारे नेता भैंरोंसिह शेखावत मुख्यमंत्री हैं...मैं प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष हूं। वो बीमार हैं इसलिये अमेरिका गए हुए है और तुम पीछे से षडयंत्र करके सरकार गिरा रहे हो। मैं तुम्हारा साथ नहीं दूंगा।"