वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी, उठाया बीपीएससी पेपर लीक का मुद्दा, की नए सिरे से जांच की मांग
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 7, 2022 16:09 IST2022-06-07T15:58:27+5:302022-06-07T16:09:11+5:30
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी है, जिसमें उन्होंने बीपीएससी धांधली पर ध्यान दिलाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि वो तत्काल बीपीएससी के अध्यक्ष को तत्काल निलंबित करते हुए फर्जीवाड़े की नये सिरे से जांच कराएं।

फाइल फोटो
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने बिहार के मख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा में हई धांधली पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार को लिखी चिट्ठी में बीपीएससी धांधली पर ध्यान दिलाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि वो तत्काल बीपीएससी के अध्यक्ष को निलंबित करते हुए फर्जीवाड़े की नये सिरे से जांच कराएं।
इसके साथ ही गांधी ने मुख्यमंत्री कुमार से मांग की है कि वो पेपर लीक से संबंधित दोषियों के खिलाफ कड़े एक्शन लें, जो छात्रों के भविष्य के साथ भ्रष्टाचार का गंदा खेल खेल रहे हैं।
आदरणीय @NitishKumar जी,
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 7, 2022
बीपीएससी में हुई धांधली से 6 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है।
निष्पक्ष जांच,मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी,परीक्षा की तारीख पर संशय एवं BPSC चेयरमैन की बर्खास्तगी जैसे कई मुद्दे हैं, जिनपर तत्काल कार्रवाई न्याय के साथ विकास की अवधारणा को मजबूती देगी। pic.twitter.com/YVzihfbKWw
उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जांच गंभीर तरीके से होनी चाहिए ताकि छह लाख छात्रों का भविष्य खराब न हो और उन्हें इस मामले में इंसाफ मिले।
बिहार की बाबू व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणी करते हुए वरुण गांधी ने अपने पत्र में कहा कि भ्रष्ट सिस्टम के कारण और नाकाबिल अधिकारियों की वजह से बीपीएससी परीक्षा में शामिल हुए लाखों छात्रों के सपनों पर कुठाराघात हुआ है और इससे उनके मनोबल को काफी धक्का पहुंचा है।
इसके अलावा भाजपा सांसद गांधी ने कहा, "इस मामले में मैंने कई छात्रों से बात की है और उनकी ओर से मैं आपसे आग्रह कर रहा हूं कि आप बीपीएससी अध्यक्ष को तत्काल निलंबित करके इस फर्जीवाड़े के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार करें और साथ ही परीक्षा की अगली तारीख की घोषणा भी जल्द करें।"
मालूम हो कि पिछले महीने बिहार लोक सेवा आयोग के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद छात्रों द्वारा इस मामले में काफी हंगामा किया गया था। जिसके कारण बिहार सरकार ने बिहार सिविल सेवा की (प्री) परीक्षा को रद्द कर दी थी।
परीक्षा के दिन दोपहर में परीक्षा शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रश्न पत्रों के लीक पेपर के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
घटना के फौरन बाद आनन-फानन में नीतीश सरकार ने परीक्षा कैंसिल करते हुए मामले की जांच के लिए बिहार पुलिस की एक एसआईटी का गठन किया था, जो अभी भी मामले की जांच कर रही है।
एसआईटी ने अपनी जांच में परीक्षा पेपर लीक कराने वाले एक संगठित गिरोह के भंडाफोड़ का भी दावा किया है और साथ ही कुछ गिरफ्तारियां भी की हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)