Uttarkashi rescue operation: उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने के लिए लगातार युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी गुरुवार को दो मजदूरों के साथ वॉकी-टॉकी पर बात की। सीएम ने इस दौरान उनसे उनका हाल चाल पूछा। वहीं दूसरी तरफ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ जिला प्रशासन की टीम लगातार मजदूरों तक पहुंचने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए हुए है।
उम्मीद है कि जल्द ही टनल में फंसे मजदूर बाहर आएंगे। यहां बताते चले कि टनल के पास चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का यह आखिरी चरण चल रहा है। टनल के बाहर एंबुलेंस तैनात कर दी गई है और मजदूरों के लिए ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में आईसीयू बेड आरक्षित किया गया है।
क्या कहते हैं एनडीआरएफ के महानिदेशक
एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि पहला 6-मीटर पाइप पहले ही डाला जा चुका है, जबकि उसी लंबाई के अगले पाइप की ड्रिलिंग के लिए वेल्डिंग का काम चल रहा है। ऑपरेशन को गति देने में मदद के लिए दिल्ली से सात विशेषज्ञों की एक टीम साइट पर पहुंच गई है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी-ऑगुर ड्रिलिंग मशीन, जिसे ठंडा होने की अनुमति देने के लिए अलग रखा गया था,उसने फिर से काम करना शुरू कर दिया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा कि अगर रास्ते में कोई रुकावट न आए और बरमा मशीन 4-5 मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से काम करती रहे तो मैं कह सकता हूं कि शायद कल के दौरान आपको शुभ समाचार मिल सकता है।
सीएम और केंद्रीय मंत्री ने लिया जायजा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उत्तरकाशी के सिल्कयारा में सुरंग बचाव अभियान का जायजा लिया। साथ ही राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए एक बैठक की। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटें। सीएम का कहना है कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि फंसे हुए श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए।