हाथरसः गैंगरेप पीड़िता का देर रात अंतिम संस्कार, परिवार का आरोप- पुलिस ने शव को घर भी नहीं लाने दिया
By विनीत कुमार | Published: September 30, 2020 07:11 AM2020-09-30T07:11:35+5:302020-09-30T07:16:37+5:30
हाथरस गैंगरेप पीड़िता का मंगलवार देर रात अंतिम संस्कार हो गया। परिवार का हालांकि आरोप है कि वो इसके लिए तैयार नहीं थी लेकिन पुलिस की ओर से जबरन ऐसा कराया गया। परिवार ने कहा है कि शव को उसके घर भी नहीं लाने दिया गया।
ग्रामिणों के भारी आक्रोश और विरोध के बीच उत्तर प्रदेश के हाथरस की 19 साल की गैंगरेप पीड़िता का मंगलवार देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता का अंतिम संस्कार करीब बुधवार तड़के 3 बजे के आसपास किया गया। इस बीच लोगों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। ये बात भी सामने आई है कि परिवार पीड़िता का शव एक बार घर लाना चाहता था, हालांकि पुलिस इसके लिए तैयार नहीं हुई।
परिवार ने शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करने से भी इनकार किया था लेकिन पुलिस आखिर तक परिवार को मनाने में जुटी रही। पीड़िता की मौत मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हो गई थी। पीड़िता का शव मंगलवार देर रात करीब 12.45 बजे उसके गांव पहुंचा।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता के भाई ने रात 3.30 बजे बताया, 'ऐसा लगता है कि मेरी बहन का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस हमें कुछ नहीं बता रही है। हमने उनसे उसके शव को एक आखिरी बार घर लाने की मांग की थी, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।'
पुलिस पर अंतिम संस्कार के लिए दबाव बनाने का आरोप
इससे पहले रात करीब एक बजे गांव में मौजूद पीड़िता के एक भाई ने बताया, 'एंबुलेंस मेन रोड पर है। पुलिस शव को घर में लाने नहीं दे रही है। उन्होंने श्मशान स्थल के लाइट जला दिए हैं और हम पर भी अंतिम संस्कार करने का दबाव डाल रहे हैं। हम उसका आधी रात में अंतिम संस्कार नहीं करना चाहते। हम उसे घर ले जाना चाहते हैं।'
उसने साथ ही कहा कि उसके पिता और भाई भी दिल्ली से नहीं पहुंचे हैं। उसने कहा, 'आखिर जल्दी क्या है। हमारे पिता भी अभी घर नहीं पहुंचे हैं।'
रिपोर्ट के अनुसार करीब दो घंटे बाद गांव से आए फोटो और वीडियो में चिता जलती दिखाई दी। करीब 3.30 बजे भाई ने बताया, 'जब हमने अंतिम संस्कार से मना किया तो पुलिस हम पर आक्रामक हो रही है। जब मेरे रिश्तेदार ने ये देखने की कोशिश की कि पुलिस क्या कर रही है तो उन्होंने धक्का दिया, हमारे एक रिश्तेदार की चूड़ी टूट गई। डर के कारण हमने खुद को अंदर बंद कर लिया है। वे हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं।'
वहीं, हाथरस के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने एएनआई को बताया, 'पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन ये सुनिश्चित करेगी कि इस घटना को अंजाम देने वालों पर कार्रवाई की जाए।' जबकि तड़के 2.16 बजे हाथरस पुलिस की ओर से ट्वीट किया गया कि अंतिम संस्कार परिवार की इच्छा के अनुसार किया जाएगा।