योगी सरकार के खिलाफ पूर्व मंत्री संजीव बालियान?, पहले नंदकिशोर अब भाजपा के पूर्व एमपी प्रशासन पर भड़के!
By राजेंद्र कुमार | Updated: March 26, 2025 19:21 IST2025-03-26T19:20:37+5:302025-03-26T19:21:36+5:30
Uttar Pradesh: संजीव बालियान प्रदेश सरकार पर यह आरोप लगा रहे थे, तब लखनऊ में सूबे की सरकार कानून का राज स्थापित होने का दावा कर रही थी.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अफसरों की एकतरफा रवैये के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है. बीते सप्ताह पहले तो गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जिला प्रशासन पर उन्हे खत्म की साजिश करने का आरोप लगाया. इसके बाद अब चंद्र घंटे पहले मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रहे संजीव बालियान अपनी ही सरकार में शामली के प्रशासन पर जमकर भड़कते हुए प्रशासनिक अधिकारी को जमकर खरी-खोटी सुनाई. संजीव बालियान का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार में फर्जी केस लिखे जा रहे हैं. रोचक तथ्य तो यह है जब संजीव बालियान प्रदेश सरकार पर यह आरोप लगा रहे थे, तब लखनऊ में सूबे की सरकार कानून का राज स्थापित होने का दावा कर रही थी.
पूर्व मंत्री ने धरने पर बैठ कर अपनी बात मनवाई
फिलहाल पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान द्वारा लगाए गए इस आरोप कि यूपी सरकार में फर्जी केस लिखे जा रहे हैं को लेकर गृह विभाग के अफसर चुप्पी साधे हुए हैं. नाम ना छापने की शर्त पर अधिकारी यह बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के संज्ञान में लाने के बाद ही इस मामले में वह कोई टिप्पणी करेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर के शामली क्षेत्र में भाजपा के जिला मंत्री विवेक प्रेमी को गिरफ्तारी से खफा होकर प्रशासन को आड़े हाथों लिया था. शामली का यह मामला सदर कोतवाली इलाके के गांधी चौक के पास शिव मूर्ति के करीब का है. यहां संजीव बंसल की दुकान है. उस पर कुछ बाबाओं ने कब्जा करने की कोशिश की थी.
बाबाओं की ओर से फर्जी मुकदमा भी दर्ज करवाया गया था. इसी मामले में पुलिस ने भाजपा के जिला मंत्री विवेक प्रेमी को अरेस्ट कर जेल भेजा था. पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ गत बुधवार को व्यापारियों ने बाजार बंद का आह्वान किया था और शिव चौक पर धरना देकर बैठे थे. इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान वहां पहुंच गए और वह प्रशासन की कार्रवाई से खफा हुए.
फिर उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में भी प्रशासन फर्जी मुकदमे कर रहा है, जबकि विवेक प्रेमी जो जिला मंत्री भी हैं. यह सब जानते हुए भी सीओ सिटी ने विवेक प्रेमी के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की. अब यदि पुलिस को इस मामले में किसी को गिरफ्तार करना है, तो पहले उन्हें गिरफ्तार करे. वह पहले गिरफ्तारी देंगे.
लेकिन किसी भी कीमत पर दुकान पर किसी को कब्ज करने नहीं देंगे. शामली प्रशासन की कार्रवाई पर इस तरह नाराजगी जाहिर करते हुए संजीव बालियान व्यापारियों के साथ धरने पर बैठ गए. पूर्व केंद्रीय मंत्री के धरने पर बैठने की खबर मिलते ही प्रशासन के बड़े अफसर मौके पर पहुंचे. इस लोगों ने संजीव बालियान के समक्ष अपना पक्ष रखा.
जिसे सुनकर पूर्व मंत्री बालियान ने कहा कि एसडीएम और सीओ सदर बिना नोटिस के दुकान पर नहीं जाएं. संजीव बालियान के इस कथन के बाद पुलिस अधिकारियों ने भाजपा के जिला मंत्री विवेक प्रेमी के खिलाफ लगाए गए गुंडा एक्ट को हटाने और जल्द ही विवेक प्रेमी की रिहाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद व्यापारियों का धरना समाप्त हुआ.
सरकार की कार्यप्रणाली पर खड़े हो रहे सवाल
फिलहाल भाजपा में पार्टी की वरिष्ठ नेताओ की प्रशासनिक अफसरों के खिलाफ खुलकर जनता के बीच बयान देने से योगी सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि जब भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री ही अपनी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं तो साफ है कि सूबे के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं.
जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रह रहे हैं. इसके बाद भी योगी सरकार ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि करोड़ों रुपए का कमीशन सूबे के आईएएस अफसर प्रोजेक्ट को पास करने के लिए मांग रहे है. ऐसे ही एक अधिकारी के खिलाफ हुई कारवाई से यह लोगों को पता चला है.