कमाल है, देश में नौकरी की मारामारी?, यूपी में 1 नहीं 6 जगह जॉब कर रहा अर्पित सिंह, 9 साल से वेतन, सीएम योगी बोले-किस तरह की भर्तियां होती थीं?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 9, 2025 14:45 IST2025-09-09T12:30:35+5:302025-09-09T14:45:07+5:30
Uttar Pradesh Health Department: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कनिष्ठ सहायक और एक्स-रे टेक्नीशियनों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मामले को उजागर किये जाने के कुछ घंटों बाद दर्ज किया गया है।

file photo
लखनऊः उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में 2016 में एक्स-रे टेक्नीशियन के पद पर भर्ती हुए एक व्यक्ति द्वारा एक ही नाम से छह विभिन्न जिलों में नौकरी करने के मामले में लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय में निदेशक (पराचिकित्सा) डॉ. रंजना खरे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने कथित तौर पर जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अर्पित सिंह नामक अभ्यर्थी बनकर नौकरी हासिल की। अर्पित सिंह का नाम उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 2016 में घोषित भर्ती सूची में क्रमांक 80 पर था।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित कनिष्ठ सहायकों एवं एक्स-रे टेक्नीशियनों के नियुक्ति-पत्र वितरण हेतु लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में... https://t.co/pHAd8BCrgi
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 8, 2025
एक स्वस्थ व्यक्ति ही 'सशक्त समाज' और 'समर्थ राष्ट्र' के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकता है... pic.twitter.com/UzVAtzPY61— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 8, 2025
वजीरगंज थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कथित धोखाधड़ी के परिणामस्वरूप बलरामपुर, फर्रुखाबाद, रामपुर, बांदा, अमरोहा और शामली जिलों में नियुक्तियां हुईं, जिनमें व्यक्ति 2016 से वेतन प्राप्त कर रहे थे और राज्य के खजाने को वित्तीय नुकसान पहुंचा रहे थे।
'एक परिवार' के लोग पैसा लेकर भर्ती करते थे...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 8, 2025
उत्तर प्रदेश की जनता को लूटते थे...
जांच की जाएगी, तो बहुत सारे ऐसे 'महाभारत के रिश्ते' बाकी का जीवन जेल में ही बिताने के लिए मजबूर होंगे... pic.twitter.com/WS6KfL2w7f
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धोखाधड़ी और जालसाजी के इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। यह मुकदमा सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कनिष्ठ सहायक और एक्स-रे टेक्नीशियनों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस मामले को उजागर किये जाने के कुछ घंटों बाद दर्ज किया गया है।
इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न हो रही है,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 8, 2025
परिणाम, उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है... pic.twitter.com/HEd2QVwML4
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘किस तरह की भर्तियां होती थीं? हमें कई भर्तियां सीबीआई को सौंपनी पड़ीं। अब आप देख रहे हैं कि एक व्यक्ति आठ-आठ जगहों पर अपनी नियुक्ति करवाकर वेतन ले रहा था। जब जांच हुई तो यह मामला सामने आया।’’ इस बीच, लखनऊ पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।