उत्तर प्रदेश: भूख के चलते खुद को आग के हवाले करने वाली 8वीं की छात्रा रोहिणी का निधन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 29, 2019 10:22 IST2019-10-29T10:22:02+5:302019-10-29T10:22:02+5:30
जिला अस्पताल में रोहिणी को भर्ती तो किया गया, लेकिन बाद में माता−पिता उसे लेकर घर आ गए क्योंकि उनके पास दवाइयों के पैसे नहीं थे।

जाली के भीतर रोहिणी और उसके माता पिता, अस्पताल से घर वापस लाने के बाद की तस्वीर
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक दर्दनाक हादसा सामना आया है। भूख को चलते खुद को आग के हवाले कर देने वाली 8वीं की छात्रा रोहिणी का निधन हो गया है। सीतापुर के विकास खंड सकरन स्थित मजलिसपुर गांव में रहने वाले भूमिहीन मजदूर राकेश की 15वर्षीय बेटी रोहिणी ने सोमवार शाम दम तोड़ दिया।
हिन्दुस्तान में छप चुकी खबर के अनुसार, घटना 10 अक्टूबर की है। स्कूल से लौटने के बाद रोहिणी को भूख लगी थी। उस वक्त घर में सिर्फ एक रोटी थी जो उसके छोटे भाई ने खा ली। रोहिणी ने अपने भाई से आधी रोटी देने का अनुरोध किया लेकिन भाई ने पूरी रोटी खा ली। इसके बाद रोहिणी ने घर में रखे मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली। उस वक्त घर में उसकी मां मौजूद नहीं थी।
घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के लोग उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मीडियाविजिल में छपी रिपोर्ट के अनुसार, जिला अस्पताल में उसे भर्ती तो किया गया, लेकिन बाद में माता−पिता उसे लेकर घर आ गए क्योंकि उनके पास दवाइयों के पैसे नहीं थे।
स्थानीय यू-ट्यूब ने रोहिणी के मां-पिता से बात की है। मां कहनाा है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने दवा बाहर से खरीद कर लाने को लिखा था। रोहिणी की मां कहती हैं कि पैसे नहीं थे, इसलिए बेटी को वापस ले आए।
उत्तर प्रदेश में भूख के कारण खुदकुशी का इस साल सामने आया यह दूसरा मामला है। इसके पहले कासगंज के बिलग्राम में एक आदमी भुखमरी के कगार पर पहुंचने के बाद फांसी से लटक गया था।