शिवराज सरकार से नाराज हुए उस्ताद अमजद अली खां, मध्यप्रदेश के लिए नहीं बजाएंगे सरोद
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: December 16, 2017 17:36 IST2017-12-16T17:32:22+5:302017-12-16T17:36:36+5:30
उस्ताद अमजद अली खां ग्वालियर में 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक होने वाले तानसेन समारोह में नहीं बुलाये जाने से नाराज हैं.

शिवराज सरकार से नाराज हुए उस्ताद अमजद अली खां, मध्यप्रदेश के लिए नहीं बजाएंगे सरोद
प्रख्यात सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अब मध्यप्रदेश के लिए सरोद नहीं बजायेंगे. वे शिवराज सरकार से नाराज है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग ने उस्ताद अमजद अली की उपेक्षा की जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जाहीर करते हुए यह फैसला लिया। वे ग्वालियर में 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक होने वाले तानसेन समारोह में नहीं बुलाये जाने से नाराज हैं।
तानसेन समारोह प्रदेश का एक मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम है। इसमें कला जगत की प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया जाता है लेकिन इस बार सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान को इस आयोजन में नहीं बुलाया गया जिसके चलते वे खासे नाराज हैं।
दुनियाभर में मशहूर अमजद अली पद्मश्री, पद्मविभूषण से भी नवाजे गए हैं। खास बात यह है कि वे ग्वालियर के ही संगीत घराने 'सेनिया बंगश' से ताल्लुक रखते हैं और तानसेन समारोह का आयोजन भी ग्वालियर में होना हैं।
बता दें कि अमजद अली के पिता उस्ताद हाफिज अली खां ग्वालियर राज दरबार में प्रतिष्ठित वादक थे। यह बात भी गौर करने वाली है कि 'सेनिया बंगश' घराने के संगीतज्ञों ने ही ईरान के लोकवाद्य 'रबाब' को भारतीय संगीत के अनुरूप ढाल कर 'सरोद' की इजाद की थी।