UP Taza Khabar: बलिया में माता-पिता ने अपने बच्चे का नाम रखा ‘कोरोना’
By भाषा | Published: April 4, 2020 03:36 PM2020-04-04T15:36:42+5:302020-04-04T15:36:42+5:30
छत्तीसगढ़ के रायपुर के बाद उत्तर प्रदेश के बलिया में एक दंपति ने अपने बच्चे का नाम कोरोना रखा है. बच्चे के पिता होमगार्ड रियाजुद्दीन ने कहा कि मेरा बेटा लोगों के बीच कोरोना से बचाव के लिए संदेश देने का काम करेगा.
दुनिया भर में कोरोना वायरस का खौफ फैलने के बीच बलिया जिले के होमगार्ड विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी ने अपने नवजात शिशु का नाम कोरोना रखा है। जिले के उभांव थाना क्षेत्र के बिल्थरा रोड पुलिस चौकी पर होमगार्ड पद पर कार्यरत रियाजुद्दीन की पत्नी शमा परवीन ने शुक्रवार रात बिल्थरा रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बेटे को जन्म दिया।
उभांव थाना क्षेत्र के पहाड़पुर ग्राम के रहने वाले होमगार्ड रियाजुद्दीन ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि उसने अपने नवजात शिशु का नाम कोरोना रखा है। बच्चे का नाम कोरोना रखने के बारे में सवाल किया जाने पर रियाजुद्दीन ने कहा कि वर्तमान समय में समूचा विश्व कोरोना वायरस से कराह रहा है। ऐसे में ‘‘मेरा बेटा सन्देश देने का काम करेगा कि लोग कोरोना से बचाव को लेकर चौकसी बरते’’।
इससे पहले शुक्रवार को खबर आई थी कि छत्तीसगढ़ के एक दंपती ने अपने नवजात बच्चों का नाम ‘कोरोना’ और ‘कोविड’ रखा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में 26-27 मार्च की रात में देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रीति वर्मा (27) ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। विपरीत परिस्थितियों का सामना कर अस्पताल तक पहुंचे दंपती ने अपने बच्चों का नाम कोरोना वायरस के नाम पर कोरोना और कोविड रख दिया है। माता-पिता का कहना है कि बच्चों का नाम उनकी परेशानियों पर जीत और अस्पताल के सहयोग, दोनों को याद दिलाते रहेंगे।
हालांकि, दंपती ने यह भी कहा कि वे बाद में बच्चों के नाम बदल सकते हैं। बच्चों की मां प्रीति ने बताया कि उन्होंने जुड़वां बच्चों, एक लड़का और एक लड़की को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि अब हम उन्हें कोविड और कोरोना कह रहे हैं। प्रीति ने कहा कि बच्चों का जन्म कई कठिनाइयों का सामना करने के बाद हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस दिन को यादगार बनाना चाहते थे, इसलिए हमने बालिका को कोरोना और बालक को कोविद नाम देने का फैसला किया। यहां तक कि अस्पताल के कर्मचारियों ने भी डिलीवरी के बाद उत्साह में उन्हें इसी नाम से बुलाना शुरू कर दिया था।’’
दंपती मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तथा रायपुर के पुरानी बस्ती इलाके में किराए के मकान में रहते हैं। अस्पताल की जनसंपर्क अधिकारी शुभ्रा सिंह ने बताया कि मां और दोनों नवजात शिशुओं को बीते मंगलवार को छुट्टी दे दी गई थी तथा वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। सिंह ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले दंपती के लिए कठिन समय था क्योंकि कोई भी मदद करने वाला उनके साथ नहीं था। उनकी दो वर्ष की एक बेटी भी है। उनके रिश्तेदार यहां आने वाले थे लेकिन लॉकडाउन के कारण नहीं आ सके।