UP Rajya Sabha Election: भाजपा के आठ और सपा के दो उम्मीदवारों की जीत!, सपा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग, अखिलेश का सपना टूटा, सीएम योगी की रणनीति सफल
By राजेंद्र कुमार | Updated: February 27, 2024 16:36 IST2024-02-27T16:34:52+5:302024-02-27T16:36:28+5:30
UP Rajya Sabha Election: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके आलोक रंजन जो सपा के तीसरी प्रत्याशी थे, जिनकी हार अब तय मानी जा रही हैं.

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UP Rajya Sabha Election: उत्तर प्रदेश में दस राज्यसभा सीटों को लेकर हो रहे मतदान में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अपने विधायकों को क्रॉस वोटिंग करने से रोक नहीं सके. सपा के आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. इसके चलते सपा के तीसरे राज्यसभा कैंडिडेट के जीतने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. अब तक सपा के 8 विधायकों ने मतदान में खेल किया है. जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आठवें प्रत्याशी संजय सेठ का जीतना लगभग तय हो गया है. दूसरी तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव का अपने तीन उम्मीदवारों को जिताने का सपना टूट गया है. प्रदेश के मुख्य सचिव रह चुके आलोक रंजन जो सपा के तीसरी प्रत्याशी थे, जिनकी हार अब तय मानी जा रही हैं. वोट की गिनती के बाद देर शाम परिणाम घोषित किया जाएगा. कहा जा रहा है राज्यसभा चुनावों में भाजपा के आठ और सपा के दो प्रत्यशियों के जीत का ऐलान देर शाम किया जाएगा.
सीएम ही रणनीति से अखिलेश का किला ध्वस्त
भाजपा के तीसरे प्रत्याशी संजय सेठ की जीत का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीति को बताया जा रहा है. सीएम योगी ही पार्टी के सभी 8 प्रत्याशी जिताने का जो टार्गेट तय किया था, उसे उन्होंने अपने राजनीतिक कौशल से अचीव कर लिया है. सीएम योगी की रणनीति के चलते ही सपा मुखिया अखिलेश यादव के खास माने जाने जाने वाले आधा दर्जन से अधिक विधायकों ने भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोट डाला. सपा के इन सभी विधायकों के पाला बदलने को लेकर अखिलेश यादव को मंगलवार की सुबह तक भनक भी नहीं लगी.
अखिलेश यादव के यह बड़ा झटका माना जा रहा है. सपा के जिन सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की हैं, उनमें राकेश पांडेय, मनोज पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, पूजा पाल, महराजी प्रजापति और आशुतोष मौर्य का नाम लिया जा रहा हैं. एक विधायक वोट देने नहीं पहुंचे. इन सभी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया है. राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों ने भी भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाले हैं.
अखिलेश को भी हुआ हार का अहसास
राज्यसभा की 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. राज्यसभा चुनावों में हुई क्रॉस वोटिंग को देखते हुए अब विधायकों की संख्या के आधार पर सपा की दो राज्यसभा सीटों पर जीत तय है. सपा मुखिया अखिलेश ने वरीयता के आधार पर पहले नंबर पर जया बच्चन, दूसरे नंबर पर रामजीलाल सुमन और तीसरी नंबर आलोक रंजन को रखा है.
जबकि भाजपा ने आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ को जीतने के लिए अपनी जो रणनीति तैयारी ही थी, उसमें उद्योगपति संजय सेठ को अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में उतारा है.
सीएम योगी की रणनीति के तहत सपा मुखिया अखिलेश यादव के गढ़ में सेंध लगाकर सीएम योगी सपा के विधायकों का वोट संजय सेठ के पक्ष में डलवाने में सफल हुए हैं. संजय सेठ के पक्ष में वोट डालने वाले राकेश पांडेय, मनोज पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और पूजा पाल का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की सुनते हुए वोट डाला है.
सपा विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने को लेकर भाजपा नेता यह दावा कर रहे हैं कि उनके सभी उम्मीदवारों के जीत सुनिश्चित है. जबकि सपा की तरफ से जया बच्चन और रामजीलाल सुमन की जीत तय है, लेकिन आलोक रंजन का जीतना अब संभव नहीं है. सपा मुखिया अखिलेश यादव को भी अपने तीसरे उम्मीदवार की हार का अहसास हो गया है.
शायद इसलिए उन्होंने चुनाव परिणाम घोषित होने के पहले अपने ट्वीट में यह लिखा है, हमारी राज्यसभा की तीसरी सीट दरअसल सच्चे साथियों की पहचान करने की परीक्षा थी और ये जानने की कि कौन-कौन दिल से पीडीए के साथ और कौन अंतरात्मा से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के खिलाफ है.अब सब कुछ साफ है, यही तीसरी सीट की जीत है.