मार्च 2017 से अब तक यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में 178 अपराधी मार गिराए, 15 पुलिसकर्मियों ने भी जान गंवाई

By शिवेंद्र राय | Published: March 6, 2023 08:42 PM2023-03-06T20:42:27+5:302023-03-06T20:43:41+5:30

अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यूपी पुलिस ने मार्च 2017 से अब तक 178 आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया है जबकि पुलिस कार्रवाई के दौरान करीब 4900 आरोपी घायल हुए हैं। इन आँकड़ों में प्रयागराज कांड में एनकाउंटर में ढेर किए किये गए 2 लोग भी शामिल हैं।

UP Police has killed 178 criminals in encounters since March 2017, 15 policemen also lost their lives | मार्च 2017 से अब तक यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में 178 अपराधी मार गिराए, 15 पुलिसकर्मियों ने भी जान गंवाई

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsअपराधियों के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस का रवैया सख्तमार्च 2017 से एनकाउंटर में मार गिराए 178 अपराधीइस दौरान 1,425 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 15 शहीद हु

नई दिल्ली: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस और एसटीएफ ने कौंधियारा में हुई मुठभेड़ में बदमाश विजय उर्फ उस्मान चौधरी को ढेर कर दिया। इस मामले में यूपी पुलिस एक और आरोपी अरबाज को एनकाउंटर में मार चुकी है। यूपी पुलिस के इस सख्त रवैये से अपराधियों में दहशत है और उसकी छवि एनकाउंटर पुलिस की बनती जा रही है।

अगर पिछले 6 साल के आंकड़े देखें तो पता चलता है कि अपराधियों के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस का रवैया कैसा रहा है। मार्च 2017 से लेकर अब तक यूपी पुलिस ने कितने अपराधियों को गिरफ्तार किया है और कितनों को मार गिराया है उसके आंकड़ो खुद यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दिया है। 2017 से अब तक हुई विभिन्न कार्रवाई के आंकड़े जारी करते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया है कि 20 मार्च 2017 से अब तक यूपी पुलिस ने 10713 बार अपराधियों के ठिकानों पर दबिश दी है। इस दौरान  23,032 लोग गिरफ्तार किये गए हैं। 

अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यूपी पुलिस ने 178 आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया है जबकि पुलिस कार्रवाई के दौरान करीब 4900 आरोपी घायल हुए हैं। इन आँकड़ों में प्रयागराज कांड में एनकाउंटर में ढेर किए किये गए 2 लोग भी शामिल हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया है कि इस दौरान  मुठभेड़ में करीब 1,425 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 15 शहीद हुए हैं। 

बता दें कि यूपी पुलिस की एनकाउंटर कार्रवाई पर काफी विवाद भी हो चुका है। साल 2020 में हुए विकास दुबे एनकाउंटर के बाद हुआ विवाद कौन भूल सकता है। बिकरू हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को  कानपुर से महज 17 किलोमीटर दूर भौती नाम की जगह पर एनकाउंटर में एसटीएफ ने मार गिराया था। एसटीएफ विकास दुबे को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार करके ला रही थी। 

विकास दुबे को वापस उत्तर प्रदेश लाए जाने के दौरान बारिश के कारण गीली हुई सड़क पर गाड़ी पलट गई थी। पुलिस के अनुसार दुबे ने भागने की कोशिश की थी और मारा गया। हालांकि पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल भी उठे थे। लेकिन बाद में जांच के बाद इस एनकाउंटर को सही माना गया।

यूपी पुलिस की एनकाउंटर कार्रवाई के पीछे सरकार का मजबूत समर्थन होना भी एक बड़ी वजह है। प्रयाग राज में हुए दोहरे एनकाउंटर को खुद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सराहा है। इस एनकाउंटर के बाद मौर्य ने ट्वीट कर के कहा, "प्रयागराज के श्री उमेश पाल और सुरक्षा में लगे जवानों के हत्यारों को पकड़ने को पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान में आज बड़ी कामयाबी हासिल करने वाली पुलिस टीम को बधाई! घटना से जुड़े एक एक अपराधी चाहे पाताल में छुप जायें, उन्हें पकड़कर कठोर क़ानूनी कार्रवाई होगी।"

Web Title: UP Police has killed 178 criminals in encounters since March 2017, 15 policemen also lost their lives

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