UP News: यूपी में हाई टेंशन वायर के नीचे बने 8300 स्कूल, योगी सरकार ने वायर को हटाने का फैसला किया
By राजेंद्र कुमार | Updated: August 8, 2025 17:25 IST2025-08-08T17:25:27+5:302025-08-08T17:25:27+5:30
इस विवाद में उलझने के बजाए योगी सरकार ने इन 8300 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन वायर को हटाने का फैसला किया हैं. स्कूलों के ऊपर से हाई टेंशन वायर हटाने के लिए 80 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत भी कर दिया गया है.

UP News: यूपी में हाई टेंशन वायर के नीचे बने 8300 स्कूल, योगी सरकार ने वायर को हटाने का फैसला किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में छोटे-छोटे बच्चे 8300 परिषदीय स्कूलों में जानजोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं. इसकी वजह है उक्त स्कूलों का हाईटेंशन वायर के नीचे बना होना. इन हाईटेंशन वायर में 400 से 800 केवी तक का करंट होता है. जिसके चलते हर वक्त इन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक और पढ़ने वाले बच्चे दोनों ही भय के माहौल में दिन भर पढ़ाई करते थे.
अब यह स्कूल हाईटेंशन वायर के नीचे बनाए गए थे या स्कूल बनाए जाने के बाद ऊर्जा विभाग के बड़े विद्वान इजीनियरों ने हाईटेंशन वायर उसके ऊपर से गुजारी. और यह स्कूल शिक्षा विभाग या ऊर्जा विभाग के किन अफसरों के लापरवाही से बनाए गए.
अब इस विवाद में उलझने के बजाए योगी सरकार ने इन 8300 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन वायर को हटाने का फैसला किया हैं. स्कूलों के ऊपर से हाई टेंशन वायर हटाने के लिए 80 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत भी कर दिया गया है.
जाहिर है कि अब इन स्कूलों से हाई टेंशन वायर हट जाएंगे. यह होगा पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल के प्रयास के चलते. आशीष गोयल के अनुसार, हाई टेंशन वायर के नीचे स्कूल होना उनके लिए आश्चर्य जनक था. टेंशन वायर 400 से 800 केवी तक का करंट होता है और खराब मौसम में तार के टूटने के तमाम लोग दुर्घटना का शिकार होते है.
पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष के अध्यक्ष के रूप में ऐसे तमाम मामले उनके सामने आते हैं. इसलिए जब बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने 8300 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन वायर को हटाने का प्रस्ताव उनको भेजा तो उन्होंने इसके लिए विभाग के इंजीनियरों से चर्चा की. यह पता किया कि कैसे इन स्कूलों के ऊपर से हाई टेंशन वायर गुजारे जाने का फैसला लिया गया.
इस पर विभागीय अफसरों ने उन्हे बताया कि यह स्कूल कई साल पहले बनाए गए थे और किन परिस्थियों में उनके ऊपर से हाई टेंशन वायर गुजारे गए इसका रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है. ऐसे में आशीष गोयल ने पुराने पुराने प्रकरण की खोजबीन कराने के बजाय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन हटाने पर ध्यान केंद्रित किया.
आनन फानन में 8300 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन वायर को हटाने की कार्ययोजना बनी और इसके लिए 80 करोड़ रुपए का बजट ऊर्जा विभाग ने स्वीकृत किया.
तीन माह में पूरा होगा कार्य :
आशीष गोयल के अनुसार, 8300 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन वायर को हटाने के लिए जिलों में डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी स्कूलों का निरीक्षण कर उनके ऊपर से हाई टेंशन वायर हटाने की कार्रवाई का दिन और समय तय करेंगी.
हाई टेंशन वायर को हटाने का कार्य यथासंभव स्कूलों की छुट्टी के समय कराया जाएगा. यदि जरूरत पड़ेगी तो स्कूलों में कुछ समय के लिए अवकाश भी किया जा सकता है. आशीष गोयल के अनुसार तीन माह के भीतर यह कार्य पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.