UP Election2022: भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर वाले सरोजीनीनगर विधानसभा सीट पर आज मतदान, जानें अपनी मुद्दों पर क्या कहती है जनता
By आजाद खान | Updated: February 23, 2022 12:02 IST2022-02-23T07:09:23+5:302022-02-23T12:02:02+5:30
UP Election2022: आपको बता दें कि सरोजीनीनगर में 5.5 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें से लगभग आधे ग्रामीण मतदाता हैं।

UP Election2022: भाजपा-सपा में कांटे की टक्कर वाले सरोजीनीनगर विधानसभा सीट पर आज मतदान, जानें अपनी मुद्दों पर क्या कहती है जनता
UP Election2022: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजीनीनगर विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कांटे की टक्कर है। लखनऊ के दक्षिण में स्थित, सरोजीनीनगर विधानसभा क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण मतदाताओं का मिश्रण है। गौरतलब है कि सरोजीनीनगर विधानसभा क्षेत्र में आज यानी 23 फरवरी को वोट होने है।
शहरी मतदाता हैं भाजपा के साथ
पचास से अधिक ग्राम पंचायतें निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं। शहरी मतदाता आमतौर पर भाजपा के साथ जुड़ते हैं, जबकि ग्रामीण मतदाता किसी भी विशिष्ट पार्टी के लिए अपना समर्थन दिखाने में अनिच्छुक होते हैं।
ग्रामिणों की है अपनी शिकायतें
निर्वाचन क्षेत्र के बरौना गांव निवासी दीपक वर्मा ने कहा,''हमारा गांव एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) द्वारा विकसित हाउसिंग सोसाइटी से मुश्किल से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, फिर भी हमारे गांव का संपर्क मार्ग जर्जर है। हमने कई बार भाजपा विधायक को पत्र लिखा है लेकिन कुछ नहीं हुआ।’’ इसके अलावा, ग्रामीण मतदाताओं ने भी आवारा पशुओं और बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
पीएम मोदी और सीएम योगी ने आवारा पशुओं का कुछ नहीं किया-किसान
इलाके के एक स्थानीय सब्जी किसान रमेश पाल ने शिकायत की, ‘‘मैं नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को पसंद करता हूं, लेकिन उन्होंने आवारा मवेशियों के मुद्दे को हल करने के लिए कुछ नहीं किया जो हमारी फसलों को नष्ट कर देते हैं।’’
पाल ने कहा, ‘‘हमें अपने खेतों को आवारा मवेशियों से बचाने के लिए पूरी रात पहरा देना पड़ता है। पिछले कुछ वर्षों में रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ गई हैं, जिससे सीमित आय में परिवार के खर्चों को समायोजित करना मुश्किल हो गया है।’’
भाजपा ने दूसरे को दिया टिकट तो सपा ने अपने भरोसेमंद पूर्व मंत्री को उतारा
सत्ता विरोधी लहर को भांपते हुए भाजपा ने मौजूदा विधायक स्वाति सिंह को टिकट देने से इनकार कर दिया और मौजूदा चुनाव में इस सीट से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पूर्व निदेशक राजेश्वर सिंह को टिकट दिया हैं।
सिंह ने अपने चुनाव अभियान में बुनियादी ढांचे के विकास का वादा करने वाले निर्वाचन क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। सपा ने पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है, जिन्हें पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के भरोसेमंद के रूप में जाना जाता है।
बसपा ने दिया है मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट
मिश्रा ने अपने प्रचार अभियान में दोहराया है कि भाजपा क्षेत्र में विकास करने में विफल रही है। बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार जलीस खान को उतारा है जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर रुद्र दमन सिंह को उम्मीदवार बनाया है। सरोजीनीनगर में 5.5 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें से लगभग आधे ग्रामीण मतदाता हैं।
इस सीट पर सभी जातियों के वोटर है
इस सीट में पर्याप्त मुस्लिम, दलित, क्षत्रिय, ब्राह्मण और अन्य पिछड़ी जाति के वोट शामिल हैं। लगभग 1.5 लाख मतदाता युवा हैं जो सीट पर विजेता का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सरोजीनीनगर शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने के बावजूद कभी भी भाजपा का गढ़ नहीं रहा है। पार्टी ने 2017 में इस सीट पर पहली बार जीत हासिल की थी।
सबसे ज्यादा सपा ने जीता है इस सीट को
इससे पहले सरोजीनीनगर सीट सपा ने तीन बार (1993, 1996, 2012), बसपा ने दो बार (2002, 2007) में जीती है, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार एक बार (1991) इस सीट से जीतने में सफल रहे। वर्ष 2017 में, भाजपा उम्मीदवार स्वाति सिंह ने एक लाख से अधिक वोट हासिल किए थे।
सपा उम्मीदवार 74 हजार से अधिक मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहा था, उसके बाद बसपा उम्मीदवार 71 हजार मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा था।
कांग्रेस उम्मीजवार पलट सकते हैं बाजी
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सरोजीनीनगर से कांग्रेस प्रत्याशी रुद्र दमन सिंह खेल को पलट सकते हैं। सिंह ने 2017 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ते हुए 21 हजार और 2012 के चुनाव में 41 हजार वोट हासिल किये थे। लखनऊ की सरोजीनीनगर सीट पर 23 फरवरी को मतदान होना है।