यूपी चुनाव: वाराणसी में भाजपा की जोर आजमाइश! पीएम मोदी ने खुद संभाला मोर्चा, काशी में रहेंगे तीन दिन
By विनीत कुमार | Updated: March 2, 2022 08:42 IST2022-03-02T07:15:40+5:302022-03-02T08:42:32+5:30
यूपी चुनाव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में आखिरी चरण में होने वाले मतदान से पहले तीन दिन अपने संसदीय क्षेत्र में रहेंगे। वे तीन मार्च को वाराणसी आ रहे हैं।

वाराणसी में तीन दिन रहेंगे पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
वाराणसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने आखिरी चरणों में है। दो चरण के चुनाव (तीन मार्च और सात मार्च) बाकी हैं। सातवें और आखिरी चरण (7 मार्च) में पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मतदान है। ऐसे में यहां 2017 में मिली अप्रत्याशित सफलता को दोहराने की जिम्मेदारी पीएम मोदी ने खुद अपने कंधों पर ले ली है।
पीएम मोदी तीन मार्च से सातवें चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तक वाराणसी में रहने वाले हैं। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवाल और मंगलवार को वाराणसी में थे।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री और यूपी चुनाव में भाजपा के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान करीब एक हफ्ते से वाराणसी में हैं और संभवत: पांच मार्च तक रहने वाले हैं। इसी दिन आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार भी खत्म हो जाएंगे। साथ ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी छठे चरण के मतदान के बाद वाराणसी का रूख करेंगे।
भाजपा का वाराणसी में इतिहास दोहराने की कोशिश
प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से भाजपा वाराणसी में कोई कोर-कसर छोड़ने के मूड में नहीं है। साल 2017 में वाराणसी जिले के 8 विधानसभा सीटों में से 6 पर भाजपा विजयी रही थी जबकि दो सीट उसके सहयोगी पार्टियों के खाते में गए थे। ऐसे में पीएम मोदी के गढ़ में इतिहास दोहराने का दबाव भाजपा पर है।
साथ ही भाजपा वाराणसी से योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में शामिल दो मंत्रियों (नीलकंठ तिवारी और रविंद्र जायसवाल) के खिलाफ कथित एंटी-इनकमबेंसी से होने वाली किसी चोट से भी पार पाना चाहती है।
अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले लोकसभा सांसद और भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या भी सोमवार को वाराणसी पहुंचे थे। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर के पास एक चुनाव प्रचार किया और अस्सी घाट के पास पदयात्रा की।
वाराणसी में भाजपा की पहले से चल रही है तैयारी
वाराणसी के लिए बड़े नामों की चर्चा से काफी पहले से ही भाजपा अपने कई अहम नेताओं को जिम्मा संभाल चुकी है। भाजपा गुजरात महासचिव (संगठन) रत्नाकर यहां एक महीने से अधिक समय से हैं। एक भाजपा नेता ने बताया कि रत्नाकर काशी में पार्टी के संगठन महासचिव रह चुके हैं। साथ ही गोरखपुर में भी वे क्षेत्रीय ईकाई के लिए काम कर चुके हैं। इसके बाद उन्हें गुजरात भेजा गया था।
भाजपा नेता के अनुसार रत्नाकर के पास वाराणसी में संगठनात्मक नेटवर्क है और इस क्षेत्र की जनसांख्यिकीय जानकारी है। ऐसे में वे हर दिन मंडल से लेकर क्षेत्रीय ईकाईयों से बातचीत कर रहे हैं। वे कैंपेन कार्यक्रमों पर भी नजर रख रहे है। इसके अलावा आरएसएस के वरिष्ठ सहसरकार्यवाह अरुण कुमार भी पिछले कुछ दिनों से वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं।