यूपी चुनाव: मंत्री स्वाति सिंह को लखनऊ की सरोजनी नगर से भाजपा ने नहीं दिया टिकट, सपा में जाने की तैयारी?
By विनीत कुमार | Updated: February 2, 2022 11:40 IST2022-02-02T11:26:56+5:302022-02-02T11:40:06+5:30
सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं। भाजपा की ओर से उन्हें लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से टिकट नहीं दिया गया है। इसी के बाद उनके सपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।

स्वाति सिंह सपा में होंगी शामिल? (फोटो-फेसबुक)
लखनऊ: भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार रात 17 उम्मीदवारों की घोषणा की। इसमें लखनऊ की सभी विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की भी घोषणा की गई। खास बात ये है कि योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह को लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट से टिकट नहीं दिया गया है।
ऐसे में उनके अब समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। सरोजनी नगर से भाजपा ने राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा (यूपीपीपीएस) से साल 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में प्रतिनियुक्ति पर गए थे। ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर पद से इस्तीफा देकर राजेश्वर सिंह ने भाजपा से टिकट हासिल की है।
समाजवादी पार्टी ने खाली छोड़ी है सरोजनी नगर सीट
सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी ने ऐसे इशारे दिए हैं, जिससे इन अटकलों को और बल मिला है कि स्वाति सिंह सपा का दामन थाम सकती हैं। दरअसल सपा ने लखनऊ के सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है पर सरोजनी नगर को लेकर कोई घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सरोजनी नगर में स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह दोनों टिकट की दावेदारी कर रहे थे और इस टकराव को समाप्त करने के लिए बीजेपी ने एक नया चेहरा मैदान में उतारा है। बताया जा रहा है कि टिकट कटने से स्वाति सिंह नाराज हैं। जबकि पति दयाशंकर सिंह ने कहा है कि वह राजेश्वर सिंह के लिए प्रचार करेंगे।
वैसे स्वाति सिंह के टिकट कटने की चर्चा काफी समय से जारी थी और सूत्रों के अनुसार उन्होंने समाजवादी पार्टी से भी अंदरूनी चर्चा की थी। हालांकि टिकट बंटवारे के आधिकारिक ऐलान का इंतजार हो रहा था।
बता दें कि भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 17 उम्मीदवारों की घोषणा की। पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्वाचन क्षेत्र में परिवर्तन किया है जबकि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को टिकट नहीं मिला है। ब्रजेश पाठक को इस बार लखनऊ कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है।