लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार के परिवहन मंत्री और यूपी भाजपा के वरिष्ठ नेता दयाशंकर सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के तारीफ की पुल बांधते हुए कहा कि ओपी राजभर वैचारिक तौर पर भाजपा के ज्यादा नजदीक हैं और भाजपा के साथ आने पर उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
बीते गुरुवार को मंत्री दयाशंकर सिंह और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के बीच प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद सिंह ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं की राजभर तो हमेशा से विचारधारा के सवाल पर भाजपा के नजदीक रहे हैं क्योंकि भाजपा और सुभासपा दोनों दोनों गरीबों और दलितों के लिए लड़ रहे हैं।
दयाशंकर सिंह और ओपी राजभर ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात की और उस दौरान दयाशंकर सिंह ने कहा दोनों दलों का एक साथ रहना फायदेमंद होगा। लेकिन राजभर ने मौजूदा स्थिति में भाजपा के साथ किसी भी तरह से गठबंधन होने की बात से इनकार किया है।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा, "ओम प्रकाश राजभर सदैव भाजपा के प्रिय रहे हैं क्योंकि वो शुरू से ही वितारधारा के मामले में भाजपा के करीब रहे हैं। वह भी भाजपा की तरह गरीबों, पिछड़ों और दलितों की लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि राजभार भाजपा के ज्यादा नजदीक हैं।"
साल 2022 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए दयाशंकर सिंह ने आगे कहा कि जब राजभर सपा में थे तब भी वो कहते थे कि सुभासपा प्रमुख गलत रास्ते पर चल रहे हैं। इसके साथ ही दयाशंकर सिंह ने लोकसभा चुनाव के लिए राजभर को भाजपा के पाले में आने का परोक्ष न्योता देते हुए कहा, "ओमप्रकाश राजभर भी हमारी तरह गरीबों, पिछड़ों और दलितों के लिए सोचते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में यही काम कर रहे हैं। इसलिए सुभासपा को हमारे पक्ष में आना चाहिए।"
दयाशंकर सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा-सुभासपा के बीच होने वाली संभावित गठबंधन पर कहा, "अगर ऐसा कोई समीकरण बनता है तो यूपी की जनता का हित होगा। दोनों दलों का साथ रहना न केवल दलों के लिए बल्कि यूपी की जनता के लिए फायदेमंद होगा और राजनीति संभावनाओं का खेल है। इसलिए पूरी उम्मीद है कि संभावनाएं बन सकती हैं।"
वहीं लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के साथ लड़ने की संभावना पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि फिलहाल तो ऐसी कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा, "आने वाले निकाय चुनाव हम अपने दम पर लड़ेंगे बाकी जब लोकसभा चुनाव आएगा तो उस समय देखा जाएगा क्या समीकरण बनता है।"