देशद्रोह कानून पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दिया जवाब, कहा- "देशहित में काम कर रहे पत्रकारों खिलाफ नहीं लगाई जाएगी देशद्रोह कानून की धाराएं"
By एस पी सिन्हा | Published: August 27, 2023 04:44 PM2023-08-27T16:44:21+5:302023-08-27T16:47:02+5:30
उन्होंने कहा कि देशहित की रक्षा के लिए एक मजबूत कानून होना ही चाहिए। मीडिया कमीशन बनाए जाने की आईजेयू की मांग पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि पत्रकारों की समस्याओं को हल करने और उनकी मांगों की पूर्ति के लिए एक आयोग का गठन होना चाहिए।
पटना: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि किसी भी सूरत में सच्चे और अच्छे पत्रकारों जो देशहित में काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ देशद्रोह कानून की धाराएं नही लगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश हित में काम करने वाले पत्रकारों के खिलाफ अगर देशद्रोह का मामला दर्ज होता है तो वह स्वयं पूरी ताकत से इसका विरोध करेंगे। राय रविवार को यहां इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन (आईजेयू) की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक महत्वपूर्ण और सम्मानित पेशा है। इसे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। इसमें लोकतंत्र के बाकी तीन स्तंभों को नियंत्रित करने की क्षमता है। लोकतंत्र का यह एक मजबूत स्तंभ है।
किसी गुनाह की तरह सजा कानून बाद में देता है, लेकिन मीडिया ट्रायल के जरिए जो सजा समाज पलभर में दे देता है, वह किसी फांसी से कम नहीं होता। नित्यानंद राय ने कहा कि पत्रकारिता हमारी प्राथमिकता जरूर है, लेकिन देश सबसे ऊपर है। कोई भी पत्रकार यदि देशहित के विपरीत काम करे इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
हालांकि एक लाख में मात्र एक ही पत्रकार ऐसा करते हैं और ऐसा करने वाले मूल रूप से पत्रकार नही होते हैं, फिर भी उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को जोर शोर से प्रचारित-प्रसारित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि देशहित की रक्षा के लिए एक मजबूत कानून होना ही चाहिए। मीडिया कमीशन बनाए जाने की आईजेयू की मांग पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि पत्रकारों की समस्याओं को हल करने और उनकी मांगों की पूर्ति के लिए एक आयोग का गठन होना चाहिए। सरकार इसके लिए पत्रकारों से वार्ता करने के लिए तैयार है।
बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता आईजेयू के अध्यक्ष के. श्रीनिवास रेड्डी कर रहे थे। यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएनसिन्हा ने भी अपना विचार व्यक्त किया। बैठक में देश के विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों के करीब डेढ सौ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर मणिपुर में हिंसा की घटनाओं खासकर महिलाओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार की घोर निंदा की गई। विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने राज्यों में पत्रकारों की समस्याओं और उनके निदान के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी।
इस बैठक के सफल आयोजन के लिए बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की अध्यक्ष निवेदिता झा, महासचिव कमलकांत सहाय और शिवेन्द्र नारायण सिंह, रवि उपाध्याय के प्रयासों की सराहना की गई। देशभर से आए पत्रकारों ने आईजेयू के उपाध्यक्ष अमर मोहन प्रसाद के योगदान की विशेष रूप से चर्चा की।
अमर मोहन प्रसाद के प्रयासों से ही एक लंबे अरसे के बाद बिहार में आईजेयू की सफल बैठक हो सकी। उनके अथक प्रयासों के बगैर यह संभव नहीं था। इस बैठक में जरीन फातिमा, शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, महेश कुमार सिन्हा सहित कई पत्रकार मौजूद थे।