नई दिल्ली, 10 अक्टूबरः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एक बयान पार्टी के गले की फांस बनता जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी उनको बयान को सामने रखकर बीजेपी पर हमला बोला। ऐसे में गडकरी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस मामले पर सफाई पेश की है। गडकरी ने कहा कि राहुल गांधी ने उनकी बात का गलत मतलब निकाल लिया है। उन्हें पहले मराठी सीखनी चाहिए।
सफाई पेश करते हुए गडकरी ने कहा, 'मैंने मराठी के एक कार्यक्रम में एक संदर्भ में कहा था कि चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे नहीं करना चाहिए। इसके आधार पर दिल्ली के एक अंग्रेजी अखबार ने पूरी तरह से निराधार टेबल न्यूज छापी। राहुल गांधी ने बिना समझे ट्विटर पर मेरा अभिनंदन कर दिया।'
गडकरी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी बात-चीत में कहीं भी नरेंद्र मोदी, भारत सरकार या 15 लाख का जिक्र नहीं किया था। बता दें कि राजमार्ग एवं भूतल परिवहन मंत्री ने चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादों पर बयान दिया था जिस पर विवाद मच गया।
गडकरी ने कहा था, 'हमें इस बात का पूरा भरोसा था कि हम कभी सत्ता में नहीं आ सकते। इसलिए हमें बड़े-बड़े वादे करने की सलाह दी गई।' आगे जोड़ते हुए कहा, 'अब हम सत्ता में हैं। जनता हमें अब उन वादों की याद दिलाती है, जो हमने किए थे। हालांकि इन दिनों हम उन पर सिर्फ हंसते हैं और आगे बढ़ जाते हैं।'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि सही फ़रमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लोभ का शिकार बनाया है।