कोझिकोड (केरल), 15 अप्रैल भाजपा ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है।
भाजपा ने कहा कि माकपा के वरिष्ठ नेता विजयन की बेटी कोविड-19 से संक्रमित हो गयी थीं, लेकिन उनके संपर्क में आने के बावजूद विजयन ने छह अप्रैल को राज्य में मतदान से दो दिन पहले तक चुनाव प्रचार करना जारी रखा।
इस मुद्दे को लेकर राज्य में दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने विजयन को ‘कोविडियट’ बताया, वहीं केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए भाजपा नेता के आरोपों को बेबुनियाद बताया।
विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने कोविड-19 से संबंधित नियमों की अवहेलना के लिए विजयन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
मुरलीधरन ने ट्वीट किया, ‘‘केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ‘कोविडियट’ हैं। कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर रहे मुख्यमंत्री के लिए इससे बेहतर और कोई शब्द नहीं हो सकता।’’
कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मुख्यमंत्री विजयन को एक दिन पहले सरकारी अस्पताल से छुट्टी मिल गयी थी।
मुरलीधरन ने दावा किया कि मेडिकल कॉलेज में विजयन का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा था कि मुख्यमंत्री चार अप्रैल को संक्रमित हुए थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘अगर यह सच है तो मुख्यमंत्री (अपने निर्वाचन क्षेत्र धर्मादम में) हजारों लोगों के साथ रोड शो क्यों कर रहे थे। ’’
नयी दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मुरलीधरन ने आरोप लगाया कि माकपा नेता कोविड-19 के नियमों का पालन किए बिना मतदान करने गए थे।
वहीं, केरल की स्वास्थ्य मंत्री शैलजा ने कहा, ‘‘किसी तरह का उल्लंघन नहीं हुआ। मुझे नहीं पता कि किस आधार पर मुरलीधरन इस तरह के बयान दे रहे हैं। जिन मरीजों को घर पर पृथक-वास में रहने को कहा गया था उन्हें जाने की अनुमति दी गयी थी। मुख्यमंत्री लगातार अपने आवास पर पृथक-वास में हैं। ’’
शैलजा ने मुरलीधरन के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि मुख्यमंत्री की बेटी चार अप्रैल को संक्रमित हुई थी। उन्होंने कहा कि विजयन की बेटी छह अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थीं।
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