बीजेपी सांसद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दी चुनौती, कहा- 10 बजे के बाद ही जलाऊंगा पटाखे, भले जाना पड़े जेल
By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Updated: October 23, 2018 20:58 IST2018-10-23T20:58:08+5:302018-10-23T20:58:08+5:30
बीजेपी सांसद ने कहा, हमारी हिन्दू परंपरा में किसी की भी दखलंदाजी में हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकता। मेरी धार्मिक परम्पराओं के लिए यदि मुझे जेल भी जाना पड़े तो में खुशी-खुशी जेल भी जाऊंगा।

सांसद चिंतामणि मालवीय की फेसबुक से तस्वीर
- बृजेश परमार
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय ने यह चैलेंज दिया है कि वह पटाखे अपने मनमाफिक ही जलाएंगे। फेसबुक और सोशल मीडिया पर ट्वीट कर उन्होंने कहा मैं अपनी दीवाली अपने परम्परागत तरीके से मनाऊंगा और रात में लक्ष्मी पूजन के बाद 10 बजे के बाद ही पटाखे जलाऊंगा।
हमारी हिन्दू परंपरा में किसी की भी दखलंदाजी में हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकता। मेरी धार्मिक परम्पराओं के लिए यदि मुझे जेल भी जाना पड़े तो में खुशी-खुशी जेल भी जाऊंगा।
आज देश की सर्व्वोच न्यायलय ने दिवाली की रात पटाखे चलाने पर पाबंधी तो नहीं लगायी है लेकिन एक समय का निर्धारण जरुर कर दिया है , सुप्रीम कोर्ट ने कहा है की दीवाली की रात 8 बजे से 10 के बिच ही पटाखे जलाये जा सकेंगे।
ये बात उज्जैन के सांसद चिंतामणि मालवीय को नागवार गुजरी और उन्होंने कोर्ट को चैलेंज करते हुए अपने ही फेसबुक अकाउंट पर कोर्ट के आदेश को नहीं मानने की बात लिख डाली। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर जेल जाने तक की बात कह डाली उन्होंने लिखा अपनी दीवाली अपने परम्परागत तरीके से मनाऊंगा और रात में लक्ष्मी पूजन के बाद 10 बजे के बाद ही पटाखे जलाऊंगा।
आगे उन्होंने लिखा, हमारी हिन्दू परंपरा में किसी की भी दखलंदाजी में हरगिज बर्दाश्त नही कर सकता। मेरी धार्मिक परम्पराओं के लिए यदि मुझे जेल भी जाना पड़े तो में खुशी खुशी जेल भी जाऊंगा। हालांकि ये पहला मौका नहीं जब सांसद मालवीय ने कोर्ट को लेकर इस तरह की टिपण्णी की हो . लेकिन अगर इस बात को सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान में लेलिया तो उज्जैन सांसद मालवीय की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
गौरतलब है कि मीडिया की सुर्खियों में रहने के लिए सांसद मालवीय इससे पहले भी कई तरह के विवादित बयान दे चुके है। उन्होंने राहुल गांधी, जिग्नेण मेवानी, सहित कई नेताओं पर भी टिप्पणी की है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट दीवापली पर पटाखे जलाने को लेकर जरूरी निर्देश दिए। इनमें लाइसेंस धारकों के पटाखों के बेचनी की अनुमति से लेकर रात 10 बजे के बाद पटाखे ना जलाने जैसे कई निर्देश शामिल हैं।
(बृजेश परमार लोकमत समाचार के संवाददाता हैं)