J&K: पाकिस्तान की नापाक हरकत से तीन जवान शहीद, सुरक्षाबलों ने मार गिराए दो घुसपैठिए
By रामदीप मिश्रा | Published: October 21, 2018 05:34 PM2018-10-21T17:34:54+5:302018-10-21T17:38:53+5:30
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एलओसी पर जवानों ने दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया। इस दौरान तीन सुरक्षाबल के जवान शहीद हो गए और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
जम्मू-कश्मीर में एकबार फिर पाकिस्तान ने नापाक हरकत की है, जिसका सुरक्षबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस दौरान तीन सुरक्षाबल शहीद हो गए हैं और एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। वहीं, जवानों ने दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एलओसी पर जवानों ने दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया। इस दौरान तीन सुरक्षाबल के जवान शहीद हो गए और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है। घुसपैठियों के कब्जे से दो एके-47 राइफें बरामद की गई हैं और फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।
Two Pakistani intruders neutralised, three security forces lost their lives in action in Sunderbani sector along the Line of Control (LoC). One security personnel injured. Two AK-47 rifles have been recovered. Operation underway. #JammuAndKashmirpic.twitter.com/Ex9ZpOXmWQ
— ANI (@ANI) October 21, 2018
इसके अलावा राजस्थान के श्रीगंगानगर और बीकानेर से लगती भारत पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने रविवार तड़के भारत की सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को मार गिराया।
सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक एम एस राठौड़ ने बताया कि तड़के तीन बजे सीमासुरक्षा बल की कैलाश पोस्ट पर 35 वर्षीय पाकिस्तानी घुसपैठिया भारत की सीमा में घुसने का प्रयास कर रहा था । इस पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे मार गिराया।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी घुसपैठिये के शव को पाक रैंजर्स को सौंपा जायेगा और यदि पाक रैंजर्स शव लेने से इंकार करते है तो शव को श्रीगंगानगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया जायेगा।
आपको बता दें रविवार को ही जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ हुई है। इसमें सेना ने तीन आतंकियों को तो मार गिराया है। लेकिन, मुठभेड़स्थल पर हुए एक धमाके में छह नागरिकों की मौत हो गई। चार अन्य नागरिकों की दशा नाजुक बताई जा रही है। कुल 15 नागरिक जख्मी हुए थे। फिलहाल इस पर विवाद है कि इतने नागरिक मुठभेड़स्थल पर कैसे मौजूद थे। एक रपट के मुताबिक, उन्हें सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मनाने के लिए आगे भेजा था तो पुलिस का दावा है कि आतंकियों के मारे जाने के बाद लोग उस मकान में जा घुसे थे जहां आतंकी मारे गए थे।