फिर साजिश तो नहीं रच रहा चीन! पूर्वी लद्दाख के नजदीक उड़ाए दो दर्जन लड़ाकू विमान, गतिविधियों पर नजर रख रहा है भारत
By अभिषेक पारीक | Published: June 8, 2021 05:48 PM2021-06-08T17:48:19+5:302021-06-08T17:53:36+5:30
चीन ने हवाई अभ्यास के दौरान करीब दो दर्जन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। हालांकि चीन के लड़ाकू विमान अपनी सीमाओं में ही थे।
भारत और चीन के बीच पिछले एक साल से भी ज्यादा वक्त से सैन्य गतिरोध बना हुआ है।चीन ने पूर्वी लद्दाख के पास स्थित अपने हवाई अड्डे से बड़ा हवाई अभ्यास किया है। हालिया दिनों में चीन ने अपने कुछ पड़ोसी देशों की हवाई सीमाओं का उल्लंघन किया है। हालांकि भारत के सामने उसकी यह हिम्मत नहीं हुई। भारतीय सैनिक सीमा पर किसी भी तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार है।
चीन ने हवाई अभ्यास के दौरान करीब दो दर्जन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। हालांकि चीन के लड़ाकू विमान अपनी सीमाओं में ही थे। जिसके बाद से भारतीय सेना सचेत है और चीन की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।
हवाई अभ्यास में जे-11 और जे-16 विमान शामिल
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, अभ्यास में 21 से 22 लड़ाकू विमान शामिल हुए। इनमें चीन के जे-11 लड़ाकू विमान शामिल थे। ये विमान सुखोई-27 विमानों की कॉपी हैं। साथ ही कुछ जे-16 विमानों ने भी हवाई अभ्यास में भाग लिया। चीन की इस हरकत के बाद से ही भारतीय सेना सतर्क है। पिछले साल भारतीय सेना ने चीन से लगती सीमा पर बड़ी संख्या में जवानों और लड़ाकू विमानों की तैनाती की है।
हाल ही में तैयार किए हवाई अड्डे
चीन के लड़ाकू विमानों ने होतान, गुंसा और काश्गर ठिकानों से उड़ान भरी। इन ठिकानों को सभी तरह के लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए तैयार किया गया है। साथ ही विमानों को छुपाने के लिए ढांचा भी बनाया गया है।
भारतीय वायु सेना भी है तैयार
सूत्रों के मुताबिक, चीन के सैनिकों और वायु सेना की ग्रीष्मकालीन तैनाती के बाद से भारत ने भी लद्दाख में मिग-29 सहित अन्य लड़ाकू विमानों की टुकड़ियों को नियमित रूप से तैनात किया जा रहा है। भारतीय वायुसेना अपने सबसे सक्षम राफेल विमानों को नियमित रूप से इस इलाके में उड़ाती है।
कई हवाई अड्डों पर भारत की नजर
भारतीय सेना शिनिजियांग और तिब्बत संभाग क्षेत्र में पड़ने वाले चीन के हवाई अड्डों पर नजदीकी नजर रखे हुए है। इनमें होटन, गार गुंसा, काश्गर, होपिंग जैसे हवाई अड्डे शामिल हैं।
सेना हटाई, एयर डिफेंस सिस्टम अब भी तैनात
सूत्रों के अनुसार, चीन ने पैंगोंग झील क्षेत्र से अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। हालांकि एचक्यू-9 और एचक्यू-16 सहित अपने एयर डिफेंस सिस्टम को नहीं हटाया है। ये एयर डिफेंस सिस्टम काफी दूर तक विमान को अपना निशाना बना सकते हैं।