ट्रंप ने 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की घोषणा की, पीएम मोदी ने किया शुक्रिया
By रुस्तम राणा | Updated: February 14, 2025 07:20 IST2025-02-14T07:17:35+5:302025-02-14T07:20:29+5:30
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का समर्थन करने के लिए अमेरिका में दोषी ठहराया गया था और वह मुंबई हमलों में कथित भूमिका के लिए भारत में वांछित है।

ट्रंप ने 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की घोषणा की, पीएम मोदी ने किया शुक्रिया
वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की पुष्टि की। व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की गई। ट्रंप ने कहा, "तहव्वुर राणा भारत वापस जाएगा, जहां उसे न्याय का सामना करना पड़ेगा।" उन्होंने नई दिल्ली के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग के लिए वाशिंगटन की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का समर्थन करने के लिए अमेरिका में दोषी ठहराया गया था और वह मुंबई हमलों में कथित भूमिका के लिए भारत में वांछित है, जिसमें 174 से अधिक लोग मारे गए थे। भारत लंबे समय से उसके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।
उन्होंने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक (तहव्वुर राणा) और दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक को भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित करने को मंजूरी दे दी है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह आभारी हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का फैसला किया है और कहा कि अब भारतीय अदालतें उस पर मुकदमा चलाएंगी। डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि वह और मोदी कट्टरपंथी इस्लाम से उत्पन्न होने वाले खतरे से लड़ेंगे।
पीएम मोदी ने कहा, "हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमा के दूसरी तरफ से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए।" उन्होंने पाकिस्तान पर कटाक्ष किया, जो भारत और आसपास के देशों में अस्थिरता पैदा करने के लिए आतंकवादी समूहों को धन मुहैया कराता है। उन्होंने पाकिस्तान का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया।
मोदी और ट्रंप ने रक्षा सौदों, व्यापार, यूक्रेन में संघर्ष, तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग पर भी चर्चा की। नेताओं ने अवैध आव्रजन पर भी चर्चा की तथा बताया कि मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के माध्यम से इसे कैसे रोका जा सकता है।
पत्रकारों ने डोनाल्ड ट्रंप से अमेरिका में खालिस्तानी तत्वों के बारे में भी पूछा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है, क्योंकि हमारे पास काफी अनुरोध हैं। इसलिए, हम अपराध के मामले में भारत के साथ मिलकर काम करते हैं और हम इसे भारत के लिए अच्छा बनाना चाहते हैं।"